कानपुर: रक्षा शोध संस्थान डीएमएसआरडीई की युवा महिला इंजीनियर ने हॉस्टल की पांचवी मंजिल से कूदकर जान दे दी. उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए अपने पति को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेसिंक टीम बुलाकर साक्ष्य जुटाए हैं. महिला जेई के बैग से नींद और फिनायल की गोलियां भी बरामद हुई हैं. वहीं घटना की जानकारी होने पर पूरे परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस आरोपी पति को हिरासत में लेकर छानबीन कर रही है.
जानिए पूरा मामला
आईआईटी कानपुर के पास नानकारी में रहने वाले डीएस त्रिपाठी मुख्य डाकघर में ऑफिस असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं. दमाद और बेटी उनके ही घर मे रहते थे. 30 वर्षीय बेटी रजनी त्रिपाठी डीएमएसआरडीई में जेई के पद नौकरी करती थी. मंगलवार को बेटी रजनी मेडिकल बिल लाने के लिए ऑफिस गई थी, जहां रक्षा शोध संस्थान के अधिकारियों ने सूचना दी कि उनकी बेटी ने 60 साइंटिस्ट हॉस्टल की पांचवी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली.
रजनी की शादी मई 2019 को गुजैनी निवासी इंजीनियर शिवम पांडेय के साथ हुई थी. शादी के कुछ माह बाद से उसका पति और सास ससुर दहेज के लिए उनकी बेटी को परेशान करने लगे थे. ससुराल के तानों से तंग आकर उनकी बेटी मायके में आकर रहने लगी थी. कोरोना काल के दौरान दामाद शिवम भी उनके घर में रहने लगा था.
बेटी पैदा होने पर पति ने छोड़ा था साथ
परिजनों ने आरोप लगाया कि 26 फरवरी को बेटी ने नातिन को जन्म दिया, जिसके बाद उनके दामाद ने रजनी से न सिर्फ झगड़ा किया, बल्कि उनकी बेटी को प्रताड़ित करने लगा. बेटी के जन्म के बाद उसने घर छोड़ दिया था, जिसकी वजह से रजनी तनावग्रस्त रहने लगी थी.
थाना चकेरी के इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी ने बताया कि महिला ने हॉस्टल की पांचवी मंजिल से कूद कर खुदकुशी कर ली है. उसके पास से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें रजनी ने ससुरालीजनों पर दहेज को लेकर प्रताड़ित करने और बेटी पैदा होने की वजह पति द्वारा लगातार प्रताड़ना से तंग आकर जीवन लीला समाप्त करने की बात लिखी है. बहरहाल आरोपी पति को हिरासत में लेकर पुलिस छानबीन कर रही है. महिला के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.