कानपुर: बैंक के कर्मचारी बनकर अब तक कई जिलों में लोगों को फोन के जरिए लाखों रुपये का चूना लगा चुके अंतरराज्यीय गिरोह का जिले की पुलिस ने खुलासा कर दिया है. साइबर अपराध में शामिल 5 अभियुक्तों को साइबर सेल की टीम की मदद से गिरफ्तार किया है. पिछले काफी समय से कानपुर और आसपास के जनपदों में यह साइबर गिरोह सक्रिय होकर लोगों को अपना निशाना बना रहा था.
अंतरराज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश
- फोन के जरिए लाखों रुपये का चूना लगा चुके अंतराज्यीय गिरोह का जिले की पुलिस ने खुलासा कर दिया है.
- जिले और आसपास के जिलों में यह साइबर गिरोह सक्रिय होकर लोगों को अपना निशाना बना रहा था.
- जिसकी सूचना पुलिस को काफी समय से मिल रही थी.
- पुलिस ने साइबर क्राइम का मामला होने के चलते साइबर सेल की टीम का गठन किया और गिरोह की धरपकड़ में लगा दिया.
- सर्विलांस के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली कि जेके मन्दिर के पास कुछ संदिग्ध लोग मौजूद है.
- इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर 5 अभियुक्तों को दबोच लिया है.
- ये हैकर्स केनरा बैंक के सम्बंधित खाता धारकों को अपना निशाना बनाते थे.
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एसपी क्राइम ने दी जानकारी
एसपी क्राइम राजेश यादव ने बताया कि इसमें ये लोग बैंक के टोलफ्री नम्बर पर ये लोग कर्मचारी बनकर कस्टमर्स को फोन करते और फोन पर उनका खाता नम्बर बताकर उनसे गोपनीय चीज़े पूछते थे. जिसमें खाताधारक का नाम व पता, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, डेबिट कार्ड के शुरू व अंत के 4-4 अंक प्राप्त कर लेते है. जिसके बाद वे कस्टमर्स के साथ धोखाधड़ी करके उनके खाते से पैसा ट्रांसफर कर लेते थे. साथ ही ये लोग फोन पर कस्टमर्स को रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर भी बन्द कराने के लिए उनसे कहते थे. जिसकी चपेट में अब तक कानपुर के 4 खाताधारक आ चुके हैं.
कानपुर और उन्नाव के बाद इनका अगला टारगेट राजधानी थी, लेकिन उससे पहले ही सभी पकड़े गए. फिलहाल इन 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके पास से बाइक,3 स्मार्ट मोबाइल फोन, ई रिक्शा करीब 9 हजार रुपये नगद बरामद हुआ है. फिलहाल इन पर सख्त कार्रवाई करते हुए इन्हें जेल भेज दिया गया है.
- राजेश कुमार यादव, एसपी क्राइम, कानपुर