कानपुर: भले ही पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर सोशल मीडिया के द्वारा होने वाले फ्राड को लेकर आमजन को कितना भी जागरूक कर लें. लेकिन फ्राड करने वाले अपने मंसूबों में कामयाब हो ही जाते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले में सामने आया है. फिलहाल क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, सिविल लाइंस निवासी नितिन राठी ने 16 नवंबर 2022 को कोतवाली में एक तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें टेलीग्राम पर एक ऑनलाइन कंपनी में पार्ट टाइम नौकरी का ऑफर मिला. उन्होंने आफर स्वीकार कर लिया और जैसे-जैसे कंपनी से निर्देश मिले, वैसे काम करना शुरू कर दिया. कुछ-कुछ दिनों के अंतराल में कंपनी संचालक संदीप शर्मा ने अलग-अलग बैंक खातों में कुल 6.46 लाख रुपये की रकम जमा कराई. इसी बीच नितिन को जब ठगी का शक हुआ तो उन्होंने फौरन ही कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा दी.
सालों से ठगी का नेटवर्क चला रहा था संदीप: इस पूरे मामले पर एसीपी क्राइम श्वेता कुमारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद जांच में जबलपुर निवासी संदीप शर्मा का नाम सामने आया है. जब पुलिस ने ट्रैक करना शुरू किया तो सामने आया कि संदीप ही एक ऑनलाइन कंपनी संचालित कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा था. उसने अलग-अलग बैंकों में रुपये जमा करा रखे थे, जो कि सिविल लाइंस निवासी नितिन राठी ने जमा किए थे. आरोपी के खाते में छह करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हुए हैं. जिनकी क्राइम ब्रांच द्वारा जानकारी की जा रही है कि आखिर इतनी रकम कहां से आई? एसीपी ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ के बाद उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य साथियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.