कानपुर: रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन की तरफ से शनिवार को कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर बाल शोषण और चाइल्ड ट्रैकिंग रोकने के उद्देश्य से बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान सफाई कर्मचारियों, स्वच्छता सुपरवाइजरों के बीच रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन कानपुर की सेवाओं के प्रति जागरूक किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान 60 से अधिक सुपरवाइजरों और सफाई कर्मियों के साथ पार्सल कर्मियों ने हिस्सा लिया.
बाल यौन शोषण एक अहम मुद्दा
रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि बाल यौन शोषण आज का एक अहम मुद्दा है. सेंट्रल स्टेशन कानपुर में विगत 3 वर्षों से मुसीबत में फंसे बच्चों और शोषित बच्चों को न्याय दिलाने के लिए रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन प्रयासरत है.
कार्यक्रम के दौरान रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन कानपुर के समन्वयक गौरव सचान ने उपस्थित सफाई कर्मचारियों, स्वच्छता सुपरवाइजरों और पार्सल कर्मियों को रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रति जागरूक किया. इस दौरान उनसे बच्चों के यौन शोषण का विरोध करने और बच्चों के साथ हो रहे अन्याय की सूचना रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन के नि:शुल्क नंबर 1098 पर देने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा आपका एक फोन किसी बच्चे की जिंदगी बचा सकता है.
1098 नि:शुल्क नंबर पर करें कॉल
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को विस्तार से बताया गया कि वह घर से भटके और जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए आगे आए. साथ ही उनकी सहायता के लिए 24 घंटे 1098 पर नि:शुल्क नंबर डायल कर बच्चों को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान कर सकते हैं.