लखनऊ: उत्तर प्रदेश कैबिनेट की मीटिंग बुधवार की शाम 6:00 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी. इस बैठक में मुख्य रूप आबकारी नीति संशोधन और गन्ना के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी भी किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इसके अलावा कुछ अन्य प्रस्ताव भी इस मीटिंग में आएंगे. इससे पहले यूपी कैबिनेट की मीटिंग प्रयागराज में संगम के घाट पर आयोजित की गई थी. इसके बाद अब सामान्य कैबिनेट मीटिंग की बारी है.
उत्तर प्रदेश कैबिनेट की मीटिंग में प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के प्रस्ताव पर संशोधन का प्रस्ताव आएगा. जिसमें करीब डेढ़ महीने पहले कैबिनेट में आए आबकारी नीति के प्रस्ताव में कुछ संशोधन किया जाएगा. इसके बाद 1अप्रैल 2025 से नहीं आबकारी नीति को प्रदेश में लागू किया जा सकेगा.
उत्तर प्रदेश में जीएसटी के बाद सबसे अधिक राजस्व की प्राप्ति आबकारी के जरिए ही होती है. इसलिए आबकारी नीति में किसी भी संशोधन का प्रदेश के संचालन में बहुत महत्व होता है. कैबिनेट की मीटिंग के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंत्रियों की अलग से भी बैठक करेंगे, जिसमें कामकाज की समीक्षा की जाएगी. प्रयागराज में बचे हुए कुंभ मेले की व्यवस्थाओं और उत्तर प्रदेश से जुड़े अनुमति पूर्ण मसलों पर इसमें विचार विमर्श करने की संभावना है.
अभी गन्ने का मूल्य क्या है?
गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी के अनुसार, 2017 में गन्ने का भाव 315 रुपये प्रति कुंतल था. लेकि वर्तमान में 350 प्रति कुंतल चल रहा है. कैबिनेट बैठक में 20 रुपये प्रति कुंतल गन्ने का भाव बढ़ाया गया है, जो कि अब 370 रुपये प्रति कुंतल हो गया है. उत्तर प्रदेश में लगभग 29 लाख हेक्टेयर में गन्ने की बुआई की जाती है. गन्ना मूल्य बढ़ने से जो उत्पादन है, उससे लगभग 2200 करोड़ रुपये किसानों के खाते में अधिक जाएंगे. इसके अलावा दूसरी श्रेणी के गन्ने का मूल्य 360 रुपये प्रति कुंतल है. उत्तर प्रदेश में पिछले 6 साल में सरकार ने 55 रुपये प्रति कुंतल की बढ़ोतरी की है.
लगभग 46 लाख किसानों को होगा फायदा
बता दें कि यूपी में 29.5 लाख हेक्टेयर जमीन पर गन्ने की खेती होती है. प्रदेश के करीब 45 जिलों में गन्ना बोया जाता है. इन जिलों के करी 46 लाख किसान सिर्फ गन्ने की खेती करते हैं. किसान दोनों सीजन में गन्ने की फसल उगाते हैं. पेराई सत्र अक्टूबर से मई तक चलता है. वर्तमान में 370 रुपये कुंतल गन्ने का समर्थन मूल्य है. उत्तर प्रदेश में कुल 157 चीनी मिले हैं. इनमें 118 संचालित होती हैं. चीनी मिलें 340 रुपए प्रति कुंतल की दर से भुगतान कर रहीं है. पिछले दिनों किसानों ने इसे 450 रुपये प्रति कुंतल करने की मांग की थी.
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