कानपुर: शहर में एक बार फिर पुलिस कमिश्नरेट चर्चा में है. इस बार मामला पुलिस कमिश्नर पीआरओ अजय मिश्रा से जुड़ा हुआ है. अजय मिश्रा पर यह आरोप लगा है कि वह कानपुर के गैंगस्टर बलराम राजपूत की बुलेट चला रहे थे. इस मामले की जब पूरी पड़ताल की गई, तो यह बात सामने निकल कर आई है कि अजय मिश्रा ने कुछ दिन पहले एक बुलेट खरीदी थी. जो गैंगस्टर बलराम राजपूत की पत्नी सोनी राजपूत के नाम से रजिस्टर्ड थी. जब मीडिया कर्मियों ने अजय मिश्रा से इस बुलेट के बारे में पूछा, तो उनका कहना था कि उन्होंने यह बुलेट ब्रोकर से खरीदी थी. इस मामले की जानकारी उनको नहीं है.
इस मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा काफी गंभीर है. इसमें उन्होंने ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी को इस पूरे मामले की जांच सौपीं. इस मामले पर पुलिस प्रशासन ने बुधवार को तत्काल कार्रवाई करते हुए अजय मिश्रा को पीआरओ पद से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया है.
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जेल में हुई थी अजय मिश्रा और बलराम राजपूत की मुलाकात
साल 2018 में कानपुर विश्वविद्यालय में बीसी के एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली थी. मामले में कमिश्नर पीआरओ अजय मिश्रा का नाम सामने आया था. उन पर आरोप था कि उस छात्रा को खुदकुशी के लिए अजय मिश्रा ने उकसाया था. उसी दौरान अजय मिश्रा को इस प्रकरण को लेकर जेल भी भेजा गया था. जहां, उसकी मुलाकात गैंगस्टर बलराम राजपूत से हुई थी. इसी बिंदु की जांच पर पुलिस कमिश्नर कानपुर ने बुलेट के दस्तावेज मंगा लिए हैं और गहनता से जांच शुरू कर दी है.
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