कानपुर : कानपुर के जादूगर ओपी शर्मा जिनको जादूगर शिरोमणि की उपाधि मिली है. अपने आपको देश के महामहिम राष्ट्रपति के समकक्ष रखते है. जैसे महामहिम की गाड़ियां बिना आरटीओ रजिस्ट्रेशन नंबर की होती है वैसे ही जादूगर ओपी शर्मा भी अपनी कार में नंबर की जगह जादूगर लिखवाकर सड़को पर घुमते है. जब मीडिया ने नंबर की जगह जादूगर लिखी कार की तस्वीरें खींच ली. जादूगर को जैसे ही इस बात का पता चला तो उन्होंने आनन-फानन में कार में फर्जी नंबर लिखा दिया.
ओपी शर्मा ने अपनी गाड़ी पर जो नंबर लिखवाया था. उसी नंबर को लेने के लिये आरटीओ से संपर्क किया, लेकिन आरटीओ ने मना कर दिया गया. जब कार के नंबर की जांच की गई तो, पता चला की ये रजिस्ट्रेशन नंबर स्कूटी का है. यह नंबर आरटीओ ऑफिस में किसी और के नाम से दर्ज हो चुका है. परिवहन विभाग की आंखों पर जादूगर के मायाजाल की पट्टी बंधी होने से कार्रवाई नहीं हुई.
जादूगर का मायाजाल भले ही सब जगह चल रहा हो ,लेकिन आरटीओ में नहीं चला. ओपी शर्मा जो नबंर चाहते थे उन्हें वह नहीं दिया गया है. उसकी जगह गाड़ी का रजिस्ट्रेशन दूसरे नंबर से किया गया है.
राकेश सिंह, आरटीओ