कानपुर: जनपद का आरटीओ विभाग लॉकडाउन के बाद जून महीने से खोल दिया गया था, लेकिन कार्यालय खुलने के बाद भी वाहनों के रजिस्ट्रेशन की रफ्तार आधी दिख रही है. यही वजह है कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में विभाग के राजस्व में 25 से लेकर 30 फीसदी तक की कमी आई है.
आरटीओ कार्यालय में लगातार लोग लाइसेंस बनवाने के लिए अब परेशान हो रहे हैं. लॉकडाउन के बाद से बंद आरटीओ कार्यालय खुलने पर विभाग ने सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर लाइसेंस के स्लॉट 400 की जगह 60 कर दिए हैं. इसी वजह से लोगों को करीब 2 महीने से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ रहा है.
बीएस- 4 के बाद अब बीएस-6 वाहनों से आई रफ्तार
एआरटीओ उदयवीर सिंह ने बताया कि बीएस- 4 रजिस्ट्रेशन बंद होने के बाद वाहन के रजिस्ट्रेशन में कमी आई थी. जो अब बीएस- 6 के रजिस्ट्रेशन के वाहनों के बाद बढ़ रही है.
पिछले वर्ष की तुलना में 40 फीसदी आई रजिस्ट्रेशन में कमी
एआरटीओ उदयवीर सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 30 से लेकर 40 फीसदी तक दो पहिया और चार पहिया वाहन के रजिस्ट्रेशन में कमी आई है. उन्होंने बताया कि जहां जनवरी तक महीने में 6 हजार से अधिक वाहन रजिस्ट्रेशन होते थे तो वहीं आज संख्या आधी हो गई है. इसी वजह से राजस्व में भी भारी कमी आई है और इस बार का राजस्व पिछले साल की तुलना में 30 फीसदी कम हुआ है.
कोरोना की वजह से लाइसेंस के कम हुए स्लॉट
एआरटीओ उदयवीर सिंह से जब लाइसेंस में लोगों के लंबे इंतजार के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से पहले प्रतिदिन 400 स्लॉट अलॉट होते थे. फिर लॉकडाउन के बाद अब कोविड और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए स्लॉट की संख्या 60 कर दी गई है. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे कोविड का प्रभाव कम होता जाएगा, वैसे-वैसे स्लॉट की संख्या बढ़ाई जाएगी.
लॉकडाउन से पहले वाहन रजिस्ट्रेशन की स्थिति
जनवरी
दो पहिया-5501
चार पहिया-1659
फरवरी
दो पहिया-6084
चार पहिया-1421
मार्च
दो पहिया-4789
चार पहिया-895
लॉक डाउन से बाद वाहन रजिस्ट्रेशन की स्थिति
जून
दो पहिया-3966
चार पहिया-814
जुलाई
दो पहिया-4165
चार पहिया-940
अगस्त
दो पहिया-3851
चार पहिया-1009
सिंतबर
दो पहिया-2600
चार पहिया-626