कानपुर/प्रयागराज: महानगर में आज यानी बुधवार को जीका वायरस के 3 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद अब कानपुर महानगर में संक्रमित लोगों की संख्या 108 हो गई है. वहीं अब तक 17 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव हो चुकी है. जिसके चलते कानपुर महानगर में अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 91 है. जिनका नियमित रूप से सुबह-शाम डॉक्टरों द्वारा टेलीकम्युनिकेशंस हालचाल लिया जा रहा है.
कोरोना के बाद कानपुर महानगर में जीका वायरस के मामले सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है. रोज कई मामले सामने आ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में पहला मामला कानपुर महानगर में मिला था. जिसके बाद हड़कंप मच गया था. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग वायरस की रोकथाम के लिए जुटा हुआ है. इतनी ही नहीं खुद मुख्यमंत्री भी कानपुर महानगर में बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए खुद इस पर नजर बनाए हुए हैं. इसी क्रम में वे आज कानपुर भी पहुंचे थे. यहां जिले के आला अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ उन्होंने समीक्षा बैठक कर दिशा-निर्देश भी दिए थे. उन्होंने ज्यादा से ज्यादा सर्विलांस और सैंपल लेने के आदेश दिए हैं.
प्रयागराज में स्वास्थ्य विभाग बरत रहा अतिरिक्त सतर्कता
कानपुर में लगातार बढ़ रहे जीका संक्रमितों की संख्या को देखते हुए प्रयागराज में भी स्वास्थ्य विभाग अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है. डेंगू के मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जीका वॉयरस को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. सीएमओ डॉ नानक शरण का कहना है कि डेंगू संक्रमितों को जीका के संक्रमण से बचने की सलाह दी जा रही है.इसके साथ ही सीएमओ ने लोगों से मच्छरों से बचाव करने की अपील की है. उनका कहना है कि सिर्फ मच्छर से बचाव करके हम डेंगू और जीका दोनों बीमारियों से बचाव कर सकते हैं. प्रयागराज के सीएमओ का कहना है कि जीका के संभावित खतरे को देखते हुए डेंगू संक्रमितों का जीका टेस्ट भी करवाया जा रहा है.सीएमओ के मुताबिक़ मेडिकल कॉलेज के लैब में ही जीका की जांच के लिए सैम्पल भेजने की व्यवस्था कर ली गयी है.
सीएमओ डॉ नानक शरण ने बताया कि स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में जीका के इलाज के लिए व्यवस्था कर ली गयी है.इसके साथ ही उन्होंने लोगों से मच्छरों से बचाव के हर सम्भव उपाय करने की अपील की है.सीएमओ ने कहाकि जीका वायरस संक्रमित होने पर 14 दिन के अंदर मरीज में लक्षण दिखने लगते हैं.सीएमओ ने कहा कि डेंगू मरीज को जीका से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए.