कानपुर देहात: जनपद में शनिवार को बहुचर्चित फूलन देवी नरसंहार को लेकर फैसला आना था. न्यायालय से केस डायरी मिसिंग हो गई है, जिसके चलते शनिवार को फूलन देवी नरसंहार हत्याकांड केस ने एक नया मोड़ ले लिया है. एक बार फिर पीड़ितों को न्यायालय से तारीख दे दी गई है.
शनिवार 18 जनवरी 38 साल बाद बेहमई कांड पर सुनाई होनी थी और डकैती स्पेशल कोर्ट में बहस जारी थी. वादी राजा राम ने सिकन्दरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. 38 सालों से जिले की दस्यु प्रभावित डकैती कोर्ट में चल रही है, जिसकी शनिवार को सुनवाई होनी थी.
आज 38 साल बाद फैसला क्या आता है, जिसको लेकर सब की नजर बनी हुई थी. इस फैसले पर पूरे देश की मीडिया और आम लोग नजर बनाए हुए थे. लोगो की नजरें अपने टीवी के न्यूज चैनलों पर लगी हुई है. 38 साल बाद भी पीड़ितों को सिर्फ तारीख मिली है.
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इस मामले में कोर्ट से केस डायरी मिसिंग हो गई है. अब कोई दलीलें व पच्छ नही बचा है, जिसको लेकर अब 24 जनवरी को तारीख दे दी गई है.
-राजू पोरवाल, डीजीसी, न्यायालय