कानपुर देहात: देश में कोरोना काल के दौरान हर असहाय और गरीब तबके के लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाने के लिए सरकार ने एक बड़ा बजट खर्च करते हुए पूरे देश में लोगों को मुफ्त राशन बांटने की योजना चलाई है. वहीं राशन माफियाओं की दबंगई के चलते सरकार की इस योजना का फायदा गरीब को मिलना बेहद मुश्किल हो रहा है. कानपुर देहात जिले में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है. यहां एक युवती ने कोटेदार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब वह राशन मिलने की जानकारी लेने के लिए कोटेदार के घर गई, तो दबंग कोटेदार ने अपने घर के पालतू कुत्ते से उसे कटवा दिया.
पीड़िता जुलेखा ने बताया कि उसके पिता का इंतकाल हो गया है और घर में एक बूढ़ी मां है. कमाई का कोई साधन नहीं है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान सरकार ने हर गरीब की भूख मिटाने के लिए राशन देने की योजना चलाई. इसकी जानकारी के लिए वह राशन कोटेदार राधा दुबे के घर पहुंची. जैसे ही वह अंदर गई, तभी वहां मौजूद कोटेदार राधा दुबे के पति और घर में मौजूद अन्य लोगों ने पीड़िता को अपशब्द कहना शुरू कर दिया. इसके बाद राधा दुबे ने अपने पालतू कुत्ते को पीड़िता पर हमले का इशारा किया, जिसके चलते पीड़िता को कुत्ते ने चार से पांच जगह काटा. कुत्ते के काटने से जुलेखा गंभीर रूप से घायल हो गई.
आरोप है कि वह घंटों मौके पर पड़ी तड़पती रही, लेकिन कोटेदार ने उसको न तो इलाज के लिए भेजा और न ही उसकी कोई मदद की. स्थानीय लोगों की मदद से गिरती पड़ती पीड़िता अपने घर पहुंची. इसके बाद पीड़िता के चाचा उसे लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां एसपी कानपुर देहात अनुराग वत्स के सामने जब पीड़िता रोने लगी तो तत्काल रूरा थाने में दबंग कोटेदार राधा दुबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं. वहीं इस पूरे मामले में एडिशनल एसपी ने बताया कि एक युवती की ओर से कोटेदार पर आरोप लगाते हुए शिकायत पत्र दिया गया है. इसमें कुत्ते से कटवाने की बात लिखी है. इस पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने के साथ ही कार्रवाई कर रही है.