कानपुर देहात: जिले के सिकंदरा कानपुर-इटावा हाइवे पर रसधान गांव में ओवरब्रिज के समीप अचानक आए सांडों के झुंड से टकराकर इटावा डिपो की बस बेकाबू हो गई. वाराणसी जा रही बस रेलिंग तोड़ते हुए हाइवे किनारे गड्ढे में गिर गई. गनीमत रही कि बस पलटी नहीं. इस दुर्घटना में बस चालक समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहीं 22 अन्य सवारियों को मामूली चोटें आईं. प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया.
इटावा डिपो की रोडवेज बस लेकर भिंड के फूंफ निवासी शैलेंद्र पांडेय और इटावा जनपद के जसवंत नगर निवासी परिचालक रमेश बाबू वाराणसी के लिए निकले थे. बस में 25 सवारियां थीं. देर रात बस रसधान गांव के समीप ओवरब्रिज पर पहुंची. इस दौरान अचानक हाइवे पर सांडों का झुंड देखकर चालक ने ब्रेक लगाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बस सांडों से टकराकर बेकाबू हो गई और हाइवे की रेलिंग तोड़ते हुए बस सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरी.
हादसा होने के बाद चीख-पुकार मच गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. घायल चालक और 25 सवारियों को सीएचसी भेजा गया. वहां से हालत गंभीर होने पर बस चालक शैलेंद्र पांडेय, बिहार के नवादा निवासी रेखा देवी पत्नी वीरभान और सुषमा पुत्री अशोक को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. अन्य 22 सवारियों को मामूली चोटें आई थीं. प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर जाने दिया गया. रसधान चौकी इंचार्ज आनंद शर्मा ने बताया कि बस की टक्कर से दो सांडों की मौत हो गई.
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