कानपुर देहात: यूपी के कानपुर देहात में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह ने नई पहल शुरू की है. बीएसए की नई पहल का असर अब दिखना शुरू हो गया है. स्कूल चलो अभियान के पम्पलेट छपवाकर गांव गांव जाकर लोगों को दे रही हैं और अभिभावकों से संपर्क करके परिषदीय विद्यालयों में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को भेजने की अपील कर रही हैं.
क्या है पूरा मामला-
- बीएसए संगीता सिंह को जिले में शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता और बच्चों की संख्या में कमी की काफी समय शिकायतें मिल रही थीं.
- शिकायतों को लेकर चिंतित बीएसए ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये निरीक्षण करने शुरू कर दिए हैं.
- बीएसए ने बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिये "स्कूल चलो अभियान" के पम्पलेट छपवाये हैं.
- बीएसए खुद गांव-गांव जाकर लोगों को पम्पलेट दे रही हैं.
- इस परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता के बारे में समझा रही हैं.
- लोगों से भी अपील कर रही है कि अपने बच्चों को परिषदीय स्कूलों में भेजें.
- अच्छे टीचरों से शिक्षा प्राप्त करे साथ ही सभी नि:शुल्क सुविधा का लाभ लें.
बीएसए ने शुक्रवार को अकबरपुर ब्लाक के नरिहा गांव में प्राथमिक और जूनियर विद्यालय का निरीक्षण किया. इसके बाद बच्चों और टीचरों के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली. स्कूली बच्चों द्वारा "स्कूल चलो अभियान" की रैली निकाल गांव में भ्रमण किया. गांव के लोगों को पम्पलेट देकर बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजने की अपील की.
बीएसए द्वारा गांव गांव पहुंचकर लोगों को परिषदीय स्कूल में भेजने के लिये अपील कर रही है. हम लोग अब अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूलों से हटाकर सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे.
- दीपू, ग्रामीण
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिये पम्पलेट छपवाकर लोगों से मिल रही हूं और लोगों को अच्छे टीचरों के द्वारा अच्छी शिक्षा के साथ नि:शुल्क किताबें , ड्रेस, जूते मोज़े, टाई, भोजन की सुविधाओ के बारे में बताया है.
- संगीता सिंह, बीएसए कानपुर देहात