कन्नौज: जिले के गौरीशंकर मंदिरमें महाशिवरात्रि के दिन बड़ी संख्या में लोग आकर दर्शन करते हैं और अपनी मनोकामना मांगते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां काशी के बाबा विश्वनाथ व माता अन्नपूर्णा देवी भी विराजती हैं.
सिध्दपीठ बाबा गौरीशंकर के ऐतिहासिक मंदिरमें आने वाले श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि यहां बाबा के दर्शन करने वाले की मनोकामना जरूर पूर्ण होती है. मंदिर के अंदर स्थित शिवलिंग की एक बार खुदाई कराई गई थी लेकिन इसका छोर न मिलने के कारण इसे स्वयंभू का नाम दिया गया.
चीनी यात्री ह्वेनसांग अपनी यात्रा के दौरान कन्नौज आया था, उसने अपनी किताब में भी इस मन्दिरका वर्णन किया है. उसने लिखा है कि राजा हर्षवर्धन अपने 11 सौ पुजारियों के साथ मंदिर में पूजा किया करते थे.
उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले का मुख्य मंदिरगौरीशंकर है, यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है. जिनकी सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.