कन्नौज: जिले की गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के मुझपुरवा गांव में डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है. आधा सैकड़ा से ज्यादा महिलाएं, पुरुष व बच्चे जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. बीते रविवार की रात डेंगू से पीड़ित 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. बच्ची की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. ग्रामीणों ने स्वास्थ विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. कहा कि कई दिनों से गांव में संक्रमण का प्रकोप फैला है. उसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ओर से कैंप लगाए गए है न ही जांच की गई है.
इलाज के दौरान मासूम की हुई मौत
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के मझपुरवा गांव निवासी फहीम खान की 10 वर्षीय गौसिया बानो करीब 10 दिनों से बुखार से पीड़ित चल रही थी. जांच करवाने डेंगू बुखार की पुष्टि हुई थी. जिसके बाद परिजनों ने गौसिया को कानपुर स्थित एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया था. कुछ दिन बाद सही होने पर उसकी अस्पताल से छुट्टी हो गई थी. बताया जा रहा है कि दो दिन पहले अचानक एक बार फिर उसकी तबीयत बिगड़ गई. परिजन आनन-फानन में दोबारा इलाज के लिए कानपुर ले गए थे. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया.
गांव में वायरल फीवर के मरीजों की है भरमार
ग्रामीणों का कहना है कि मझपुरवा गांव में हर घर में विचित्र बुखार व डेंगू, टाइफाइड के मरीजों की भरमार है. लोग कानपुर सहित स्थानीय अस्पतालों में इलाज करवाने पर मजबूर है. आरोप लगाया है कि डेंगू से मौतों का सिलसिला जारी है. उसके बावजूद स्वास्थ विभाग मौन है. कई बार अधिकारियों से फोन पर ग्रामीणों द्वारा जांच टीम भेजकर दवा वितरित करने की मांग की गई. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.
गंदगी है बीमारी फैलने का आधार
मझपुरवा में जगह जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. ग्रामीण नरकीय जीवन जीने को मजबूर है. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी दोनों ही गांव में सफाई व्यवस्था पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं. पूरे गांव में भीषण गंदगी फैली हुई है. जिसके चलते डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी का प्रकोप गांव में फैला है.