कन्नौज: आलू की बंपर पैदावार के बावजूद किसानों की लागत नहीं निकल पा रही है. ऐसे में आलू फसल किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है. आलू को लेकर विपक्ष उत्तर प्रदेश सरकार को लगातार घेरने में लगा हुआ है. प्रदेश में आलू को लेकर राजनीति शुरू हो गई. भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में कई बार आलू फेंका गया था. इसी के चलते उनको सत्ता से बाहर किया गया था. लेकिन, मुख्यमंत्री योगी ने इसका संज्ञान में लिया है. आलू की खरीद के लिए कई केंद्र भी घोषित कर दिए है.
लेकिन सपा ने क्या कभी इसको लेकर कोई चिंता की. इस समस्या को लेकर कभी कुछ नहीं किया. ऐसी है समाजवादी पार्टी, अब जनता ने इनको नकार दिया तो इस प्रकार की छोटी छोटी चीजों को लेकर आते हैं. लेकिन यह नहीं समझते है कि भारतीय जनता पार्टी इस समस्या पर ध्यान दे रही है. मुख्यमंत्री योगी ने इसको संज्ञान में लिया है. शीघ्र आलू की खरीद के लिए कई केंद्र घोषित कर दिए है.
आलू बेल्ट होने के बावजूद कन्नौज का नाम पहले चरण में क्रय केंद्र के लिए शामिल न किए जाने के सवाल पर कहा कि फर्रुखाबाद में खरीद भी खरीद केंद्र है. कन्नौज के छिबरामऊ में भी खरीद केंद्र है. मुझे लगता है कि कन्नौज में पर्याप्त व्यवस्था आलू के भंडारण की है. इसलिए जहां पर आलू भंडारण की व्यवस्था नहीं है वहां पर आलू की खरीद पहले की जाएगी मुझको ऐसा लगता है.
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