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कोरोना से जंग में मदद करेगा कन्नौज का सैनिटाइजर - कोविड-19

उत्तर प्रदेश के कन्नौज का इत्र पूरे देश में प्रसिद्ध है. इसी कड़ी में कोरोना से निपटने के लिए कन्नौज में निर्मित सैनिटाइजर भी लोगों की मदद करेगा. यह सैनिटाइजर डब्लूएचओ के मानकों के आधार पर तैयार किया गया है.

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कन्नौज का सैनिटाइजर
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Published : Apr 16, 2020, 9:50 AM IST

Updated : Apr 16, 2020, 10:15 AM IST

कन्नौज: जिले में स्थित सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र ने विश्व का सबसे सस्ता सैनिटाइजर बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. फ्रेगनेंस एंड फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर ने ऐसे वक्त में सबसे सस्ता सेनिटाइजर बनाया है, जबकि कोरोना के खिलाफ उसका प्रयोग देश और विदेशों में सबसे ज्यादा बढ़ गया है. यह सेनिटाइजर डब्लूएचओ के मानकों के आधार पर तैयार किया गया है.

जनपद क्षेत्र में रिसर्च करने वाले सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र ने सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू कर दिया है. हालांकि लॉकडाउन में सीमित कर्मचारियों के कारण सैनिटाइजर का उत्पादन 200 से 300 लीटर प्रतिदिन के हिसाब से किया जा रहा है. लेकिन अब हर दिन इसका उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्र की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. सैनिटाइजर को 160 से 200 रुपया प्रति 200 ग्राम की दर से फुटकर बिक्री की जाती है, लेकिन एफएफडीसी ने 200 ग्राम सेनिटाइजर की कीमत 39 रुपये तय की है.

सैनिटाइजर की यह कीमत सिर्फ उसकी लागत की वजह से ली जा रही है, जबकि इसमें कोई मुनाफा न लेने की बात एफएफडीसी के निदेशक शक्ति विनय शुक्ला द्वारा कही गई है. शुरुआती दौर में एफएफडीसी ने सरकारी विभागों में सैनिटाइजर की सप्लाई शुरू कर दी है. उत्पादन बढ़ते ही इसकी सप्लाई गैर प्रांतों में भी शुरू कर दी जाएगी.
इसे भी पढ़ें:-भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 414, कुल 12,380 मामले

कन्नौज: जिले में स्थित सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र ने विश्व का सबसे सस्ता सैनिटाइजर बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. फ्रेगनेंस एंड फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर ने ऐसे वक्त में सबसे सस्ता सेनिटाइजर बनाया है, जबकि कोरोना के खिलाफ उसका प्रयोग देश और विदेशों में सबसे ज्यादा बढ़ गया है. यह सेनिटाइजर डब्लूएचओ के मानकों के आधार पर तैयार किया गया है.

जनपद क्षेत्र में रिसर्च करने वाले सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र ने सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू कर दिया है. हालांकि लॉकडाउन में सीमित कर्मचारियों के कारण सैनिटाइजर का उत्पादन 200 से 300 लीटर प्रतिदिन के हिसाब से किया जा रहा है. लेकिन अब हर दिन इसका उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्र की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. सैनिटाइजर को 160 से 200 रुपया प्रति 200 ग्राम की दर से फुटकर बिक्री की जाती है, लेकिन एफएफडीसी ने 200 ग्राम सेनिटाइजर की कीमत 39 रुपये तय की है.

सैनिटाइजर की यह कीमत सिर्फ उसकी लागत की वजह से ली जा रही है, जबकि इसमें कोई मुनाफा न लेने की बात एफएफडीसी के निदेशक शक्ति विनय शुक्ला द्वारा कही गई है. शुरुआती दौर में एफएफडीसी ने सरकारी विभागों में सैनिटाइजर की सप्लाई शुरू कर दी है. उत्पादन बढ़ते ही इसकी सप्लाई गैर प्रांतों में भी शुरू कर दी जाएगी.
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Last Updated : Apr 16, 2020, 10:15 AM IST
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