कन्नौजः सदर कोतवाली क्षेत्र के नसरापुर गांव में पड़ी बेशकीमती सरकारी भूमि पर ठेकेदार ने अवैध कब्जा कर दुकानों का निर्माण कर लिया था. बुधवार को अधिकारियों ने बुलडोजर से अवैध निर्माण को ध्वस्त करवाकर जमीन को कब्जा मुक्त कराया. अधिकारियों के मुताबिक गाटा संख्या 383 में करीब 2 बीघा भूमि सरकारी भूमि दर्ज है. जिसमें एक बीघा जमीन पर अवैध निर्माण कर कब्जा कर लिया गया था. जिसमें भूमि से अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस भी दी गई थी. खाली कराई गई भूमि पर आईबी सेंटर का निर्माण कराया जाएगा.
दरअसल, सदर कोतवाली क्षेत्र नसरापुर गांव में गाटा संख्या 383 में अभिलेखों में पीली मिट्टी सरकारी भूमि के रूप में दर्ज है. सरायमीरा ठेकेदार पुनीत मिश्रा पुत्र रामबाबू ने करीब एक बीघा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर चार दुकानों का निर्माण कर लिया था. अवैध कब्जा की शिकायत पर सदर एसडीएम पवन मीणा व नायब तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने जमीन की पैमाईश करवाई. जिस पर अवैध कब्जा करना की बात सामने आई. तहसील प्रशासन की ओर से दो बार नोटिस जारी कर अवैध कब्जा हटाने के लिए कहा गया था. लेकिन ठेकेदार ने कब्जा नहीं हटाया. अवैध कब्जा हटाने की समय सीमा पूरी होने पर बुधवार को एसडीएम सदर, नायब तहसीलदार जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचे. अफसरों ने बुलडोजर की मदद से अवैध कब्जे को ध्वस्त करवा दिया. बताया जा रहा है कि खाली कराई गई भूमि पर आईबी सेंटर का निर्माण कराया जाएगा.
नायब तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि नसरापुर गांव में गाटा संख्या 383 है. जो अभिलेख में पीली मिट्टी में दर्ज है. जो कि सुरक्षित कड़ी सरकारी जमीन है. जिस पर पुनीत मिश्रा व कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर दुकानों का निर्माण कर लिया था. 27 दिसंबर को नोटिस जारी कर अवैध निर्माण हटाने के लिए कहा गया था. लेकिन इन लोगों ने अवैध कब्जा नहीं हटाया. जिसके चलते बुधवार को जेसीबी की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया. बताया गया कि 2 बीघा सरकारी जमीन पड़ी है. कुछ जगह पर पेड़ लगे हुए हैं. जबकि करीब एक बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया गया था.
यह भी पढ़ें- Hamirpur news: घरेलू कलह से परेशान प्रधानाध्यापक ने स्कूल में की आत्महत्या