झांसी: जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 90 दिन के मनरेगा श्रमांश को हड़पने की शिकायत हुई थी. इस मामले में जून महीने में ग्राम प्रधान, सचिव, ग्राम रोजगार सेवक सहित 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले की कार्रवाई करते हुए मंगलवार को सकरार थानाक्षेत्र के ग्राम पंचायत सकरार की महिला प्रधान शशि यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
- यह मुकदमा ग्राम रोजगार उपायुक्त की तहरीर पर दर्ज किया गया था.
- मुकदमा दर्ज होने के बाद ग्राम रोजगार सेवक को नौकरी से निकाला जा चुका है.
- पुलिस ने इस मामले में सात में से एक आरोपी की मंगलवार को गिरफ्तारी की है.
- पुलिस का कहना है कि फरार चल रहे सचिव और बर्खास्त रोजगार सेवक सहित अन्य की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है.
- जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत लाभार्थियों को मनरेगा का 90 दिन का श्रमांश मिलना था.
- आरोप है कि श्रमांश को लाभार्थियों की मर्जी के बिना दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया गया.
- इस मामले में प्रधान और सचिव से ट्रांसफर किए गए रुपयों की रिकवरी की जा चुकी है.
सीडीओ निखिल टीकाराम फुण्डे ने बताया
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 90 दिन के मनरेगा श्रमांश को हड़पने की शिकायत हुई थी. जांच में मामला सही पाए जाने पर सात लोगों पर केस दर्ज कराया गया था. बीते मंगलवार को ग्राम प्रधान को गिरफ्तार किया गया है. सचिव और उस समय तैनात ग्राम रोजगार सेवक की गिरफ्तारी के लिए भी दबिश दी गई थी, लेकिन वे लोग नहीं मिले. यह लगभग 6 लाख रूपये की हेराफेरी का मामला था. इसमें से 89 हजार की रिकवरी की जा चुकी है.
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