झांसीः एक ओर योगी सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में जुटी हुई है तो वहीं जिला अस्पतालों के डॉक्टर सरकार के प्रयासों पर पानी फेर रहे हैं. इसका एक उदाहरण झांसी के जिला अस्पताल में देखने को मिला. यहां डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मासूम बच्चे के पैर का प्लास्टर खुद ही खोलना पड़ा. जब इस बारे में परिजनों से पूछा गया कि आखिर आप यहा प्लास्टर क्यों खोल रहे हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि डॉक्टर साहब ने खुद ही कहा है कि पहले प्लास्टर खोलकर लाओ फिर बच्चे को देखेंगे. इसका वीडियो एक शख्स ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
दरअसल, जिला अस्पताल में एक दंपत्ति अपने दुधमुंहे बच्चे को लेकर पहुंचे. बच्चे के पैर में प्लास्टर बंधा था और वह दर्द से काफी कराह रहा था. प्लास्टर खुलवाने और पैर को दिखाने के लिए जैसे ही दंपत्ति डॉक्टर के पास पहुंचे तो उन्होंने यह कहकर दंपत्ति को लौटा दिया कि पहले बच्चे के पैर का प्लास्टर खोलकर लाओ.
मजबूरी में अस्पताल के बाहर वह बच्चे के पैर का प्लास्टर खोल रहे थे. इस बीच वहां से गुजर रहे एक शख्स ने इसका वीडियो बना लिया. जब उस शख्स ने इसकी वजह पूछी तो दंपति ने बताया कि डॉक्टर साहब ने प्लास्टर खोलने के लिए कहा है इस वजह से खोल रहे हैं. एक ओर सरकार प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी ओर डॉक्टरों की लापरवाही मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है. सवाल उठना लाजिमी है कि यदि मासूम को कोई दिक्कत हुई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? इस मामले को स्वास्थ्य विभाग की ओर से ट्वीट किया गया है कि डॉक्टर के द्वारा बच्चे को सलाह दी गई है कि मां-बाप बच्चे का प्लास्टर भिगोकर लाए लेकिन वह खुद ही बच्चे का प्लास्टर काटने में जुट गए. हालांकि इस मामले को लेकर जिला अस्पताल प्रशासन सीधे कुछ भी कहने से बच रहा है.
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