झांसी: जिले के लहचूरा बांध में अधिक जलभराव के कारण रोरा, भटपुरा, खरगामाफ, नयागांव, लादरा, चपरन, सरसेड, लहचूरा, कैथोखर सहित कई गांव के किसानों की कई एकड़ खेत में लगी फसल जलमग्न हो गई है. इनमें गेहूं, मटर, तरबूज, खरबूज जैसी फसल मुख्य रूप से बर्बाद हुई है.
अधिकारियों पर स्थानीय किसानों ने लापरवाही का लगाया आरोप
लहचूरा बांध के जिम्मेदार अधिकारियों पर स्थानीय किसानों ने लापरवाही का आरोप लगाया है. किसानों के मुताबिक पांच दिनों से लहचूरा बांध में जलभराव का काम जारी है, जिसके कारण बांध में क्षमता से अधिक जलभराव के कारण किसानों के कई एकड़ की फसल बर्बादी की कगार पर है.
जलभराव के कारण काफी हुआ नुकसान
गांव के नंदराम रैकवार ने 30 बीघा जमीन को 1,30,000 रुपये में बलकट पर लिया था और उस पर तरबूज की खेती की थी. लगभग ढाई लाख रुपये की लागत आई थी, लेकिन बांध के अधिक भराव के कारण उनकी मेहनत बर्बाद होने की कगार पर है. किशोर सिंह के पास 5 एकड़ जमीन है, जिसमें उसने 3 एकड़ में गेहूं और 2 एकड़ में मटर की फसल बोई थी, लेकिन बांध के अधिक भराव के कारण उसकी पूरी फसल नष्ट हो चुकी है. ऐसे तमाम किसान हैं, जिनका बांध में हुए अधिक जलभराव के कारण काफी नुकसान हुआ है.
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किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह ने बताया कि सिजार बांध से पानी देवरी बांध में आता है. देवरी बांध से लहचूरा बांध में आता है. इसमें जलभराव के कारण सैकड़ों किसानों की हज़ारों एकड़ जमीन डूब गई है. यहां चार दिनों से भराव हो रहा है. कई किसान पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है, उनका मुआवजा नहीं दिया जाता है, तो किसान कांग्रेस आंदोलन करेगी.