झांसी : एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने झांसी पहुंची किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने बुधवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि देश में जितनी भी एतिहासिक मस्जिदें हैं, वे पहले मंदिर थे. बाद में उनको मस्जिदों में तब्दील कर दिया गया. चाहे ज्ञानवापी मस्जिद हो या अन्य पुरानी मस्जिद. उनकी छानबीन होनी चाहिए क्योंकि कहीं न कहीं इन मस्जिदों के अंदर हिंदू संस्कृति को दफ्न कर दिया गया है. इसलिए जहां-जहां पुरानी मस्जिदें हैं, वहां आर्कियोलॉजिस्ट को भेजें और चेक करें कि मस्जिद की नींव में हमारी सनातन संस्कृति छुपाई तो नहीं गई है.
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किन्नर महामंडलेश्वर ने कहा कि वाराणसी की ज्ञानवादी मंदिर से सब समझ में आ रहा है क्योंकि वीडियो में वहां भगवान शिव का शिवलिंग निकला. उस शिवलिंग को खंडित करने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि सब धर्म के लोग दायरे में रहकर प्रभु और खुदा की इबादत करें. मस्जिद के अंदर इबादत हो, न की सड़कों पर.
'मथुरा की ईदगाह मस्जिद को वापस मंदिर बनाया जाए' : मथुरा की ईदगाह मस्जिद पर हिमांगी सखी ने कहा कि मथुरा कृष्ण की जन्मभूमि है. धर्म की बात है तो मजहब बाद में आया. पहले कहां था कृष्ण जन्मभूमि पर मस्जिद, यह बताया जाए. हमारी मांग है कि कृष्ण जन्मभूमि पर बनी मस्जिद को वापस मंदिर में तब्दील कर दिया जाए. गौरतलब है कि विश्व की पहली महिला किन्नर हिमांगी सखी मध्य प्रदेश के ओरछा में आयोजित राम महोत्सव में शिरकत करने आई थीं. इसी के चलते बुधवार को झांसी में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने अपनी बातें रखीं.
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