झांसी: हजरत निजामुद्दीन से राउरकेला जा रही उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन में धर्म परिवर्तन के शक में दुर्व्यवहार के मामले की जांच जीआरपी के एसपी को सौंप दी गई है. इस समय लखनऊ जीआरपी के एसपी को झांसी जीआरपी के एसपी का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. आईजी रेलवे ने बुधवार को इस मामले की जांच एसपी सौमित्र यादव को दी है, जिसके बाद वे मामले की जांच करने गुरुवार को झांसी पहुंचे.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, ये मामला 19 मार्च को उत्कल एक्सप्रेस से राउरकेला जा रही दो ननों और उनके साथ जा रही दो प्रशिक्षु युवतियों का है. इन पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने धर्मांतरण का शक जताया था. इसके बाद चारों को ट्रेन से झांसी स्टेशन पर उतार लिया गया था. जीआरपी थाने में कई घण्टे तक हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने चारों को जाने दिया. इस मामले में केरल के सीएम पी विजयन ने भी दखल दिया. उन्होंने 24 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ननों से दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
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एसपी सौमित्र यादव ने कही ये बात
जीआरपी के एसपी सौमित्र यादव ने बताया कि घटना के संबंध में जांच आईजी रेलवे के आदेश से मुझे दी गई है. मैं उसी जांच के तहत यहां आया हूं. जांच की कार्रवाई चल रही है. कार्रवाई पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.