झांसी: मंगलवार को बुन्देलखण्ड महाविद्यालय परिसर में सामाजिक दायित्व निभाने वाले कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया गया. इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बाबू लाल तिवारी और जीवनधारा फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने पुलिसकर्मियों, समाजसेवियों और मीडियाकर्मियों को सम्मानित किया.
बुन्देलखण्ड महाविद्यालय परिसर में सम्मान समारोह पर मौजूद जरूरतमन्दों को राशन के किट भी बांटे गए. महाविद्यालय परिसर के आसपास रहने वाले बेसहारा लोगों को लॉकडाउन के दौरान आने वाले दिनों में भी मदद का आश्वासन दिया गया. कार्यक्रम के दौरान बुन्देलखण्ड महाविद्यालय के शिक्षक, कोरोना वारियर्स, समाजसेवी व जरूरतमंद लोग मौजूद रहे.
इस मौके पर मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय के आसपास बहुत सारे जरूरतमंद और बेसहारा लोगों के बारे में प्राचार्य ने जानकारी दी थी. आज करीब 50 से अधिक जरूरतमंद परिवार को राशन का किट दिया गया, ताकि लॉकडाउन के दौरान उन्हें भोजन की समस्या न हो. आगे भी ऐसे लोगों की मदद की जाएगी.
झांसी: बुन्देलखण्ड महाविद्यालय में कोरोना वॉरियर्स का सम्मान, जरूरतमंदों को बांटा गया राशन
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में मंगलवार को बुन्देलखण्ड महाविद्यालय परिसर में कोरोना वॉरियर्स के तौर पर पुलिसकर्मियों, समाजसेवियों और मीडियाकर्मियों को सम्मानित किया गया. वहीं जरूरतमंद को राशन किट भी बांटे गए.
झांसी: मंगलवार को बुन्देलखण्ड महाविद्यालय परिसर में सामाजिक दायित्व निभाने वाले कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया गया. इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बाबू लाल तिवारी और जीवनधारा फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने पुलिसकर्मियों, समाजसेवियों और मीडियाकर्मियों को सम्मानित किया.
बुन्देलखण्ड महाविद्यालय परिसर में सम्मान समारोह पर मौजूद जरूरतमन्दों को राशन के किट भी बांटे गए. महाविद्यालय परिसर के आसपास रहने वाले बेसहारा लोगों को लॉकडाउन के दौरान आने वाले दिनों में भी मदद का आश्वासन दिया गया. कार्यक्रम के दौरान बुन्देलखण्ड महाविद्यालय के शिक्षक, कोरोना वारियर्स, समाजसेवी व जरूरतमंद लोग मौजूद रहे.
इस मौके पर मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय के आसपास बहुत सारे जरूरतमंद और बेसहारा लोगों के बारे में प्राचार्य ने जानकारी दी थी. आज करीब 50 से अधिक जरूरतमंद परिवार को राशन का किट दिया गया, ताकि लॉकडाउन के दौरान उन्हें भोजन की समस्या न हो. आगे भी ऐसे लोगों की मदद की जाएगी.