झांसी: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुक्त सभागार में झांसी मण्डल के अन्तर्गत आने वाले तीन जनपदों (झांसी, ललितपुर, जालौन) की परियोजनाओं एवं विकास कार्यों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की जनता को लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है. इस सम्बन्ध में किसी भी स्तर पर लापरवाही अथवा उदासीनता बरते जाने पर सम्बंधित की जवाबदेही तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की साप्ताहिक और पाक्षिक समीक्षा की जाए, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समय-सीमा में पूरा कराया जा सके.
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर विकास कार्यों में तेजी लाते हुए योजनाओं और विकास कार्यों को समय बाध्यता व गुणवत्ता पूर्ण ढंग से मानकों के अनुसार पूर्ण किया जाए. इसके साथ ही कहा कि निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण हो जाने पर लागत में कमी आती है और जनता को विकास योजनाओं का समय से लाभ मिलता है.
मुख्यमंत्री बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना जल जीवन मिशन के अंतर्गत अमृत पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि योजना के दूसरे फेज की प्रगति संतोषजनक नहीं है उन्होंने निर्देश दिए की संबंधित कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करते हुए एफआईआर दर्ज कराएं. इसके साथ ही यह भी कहा कि ऐसी कार्यदाई संस्थाएं जिनकी कार्यक्षमता शिथिल है उनके स्थान पर अन्य एजेंसियों से कार्य कराया जाना सुनिश्चित किया जाए. ताकि योजना समय से पूर्ण हो सके.
मुख्यमंत्री ने मंडल की कानून व्यवस्था की समीक्षा की. जिसपर उन्होंने नाराजगी जताई. उन्होंने जनपद ललितपुर में हुई घटना को लेकर भी गहरा असंतोष व्यक्त किया और पुलिस अधीक्षक से इस संबंध में जवाब तलब किया. उन्होंने विलम्ब से की गई कार्रवाई पर भी सख्त नाराजगी जाहिर की. मुख्यमंत्री ने मंडल में माफियाओं के खिलाफ अपेक्षित कार्रवाई न होने पर भी गहरा असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पेशेवर माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि माफियाओं के प्रति संवेदना न हो आम आदमी के प्रति संवेदना होनी चाहिए. धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर जो समुचित तरीके से उतारे गए हैं वह पुन: न लगे इसको अवश्य सुनिश्चित कर लिया जाए. इसके साथ ही साथ आवाज सीमित रहे परिसर के बाहर न जाने पाए यह भी सुनिश्चित किया जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने सबसे पहले कमिश्नरी सभागार में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की. उसके बाद वह ध्यानचंद स्टेडियम के जिमनास्टिक हॉल पहुंचे और उसका उन्होंने उद्घाटन किया. वहीं, हॉल में जिमनास्टिक खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी देखा. छोटे-छोटे बच्चों का प्रदर्शन देख मुख्यमंत्री ने उनकी प्रशंसा की और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
यह जिमनास्टिक हॉल लगभग तीन करोड़ पचास लाख की लागत में बनाया गया है. इसमें एक साथ 12 खेलों के आयोजन हो सकते हैं. यहां के बाद मुख्यमंत्री रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज पहुंचे (Rani Laxmibai Medical College). वहां उन्होंने 500 बेड के अस्पताल का निरीक्षण किया.
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मुख्यमंत्री के जिमनास्टिक हॉल का उद्घाटन करने के बाद खेल निदेशक उत्तर प्रदेश डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि यह वातानुकूलित एयर कंडीशन इंडोर हॉल है और ये 3 करोड़ 56 लाख 62 हजार की लागत से बना है. इसमें एक साथ लगभग 11-12 खेलों का आयोजन हो सकता है. इस हॉल की खासियत यह है कि इसमें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हो सकता है. यह बुंदेलखंड का सबसे बड़ा हाल है इसके बन जाने से यहां के खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी. इसके साथ ही वे अपने खेल को अब और निखार सकेंगे.
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