झांसी: जिले में चाइल्ड लाइन की टीम ने बुधवार को जनपद के ग्राम बमेर में ओपेन हाउस कार्यक्रम आयोजित किया. इसमें टीम ने ग्रामीणों से बच्चों की समस्याओं की जानकारी ली और चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 की जानकारी दी. इस मौके पर गांव की महिलाओं और बच्चों ने चाइल्डलाइन के सदस्यों को बताया कि गांव में कच्ची शराब की बड़ी पैमाने पर बिक्री होती है, जिससे महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है.
चाइल्ड लाइन 1098 की दी जानकारी
चाइल्ड लाइन काउंसलर सोनिया पस्तोर ने बच्चों एवं ग्रामीण महिलाओं को चाइल्ड लाइन 1098 की जानकारी देते कहा कि चाइल्ड लाइन बच्चों के देख रेख एवं संरक्षण के लिये एक राष्ट्रीय 24 घन्टे आपातकालीन फोन आउटरिच सेवा है. उन्होंने बताया कि अगर कोई बच्चा शोषण का शिकार हो रहा हो या चिकित्सीय मदद या फिर कोई बच्चा बाल मजदूरी का शिकार हो रहा हो, किसी का बाल विवाह हो रहा हो तो तुरंत 1098 पर काॅल करें.
बाल सुरक्षा, शिक्षा व स्वास्थ्य पर हुई चर्चा
वहीं चाइल्ड लाइन जिला संयोजक अमरदीप बमोनिया ने बाल सुरक्षा, शिक्षा व स्वास्थ्य पर बच्चों एवं ग्रामीण महिलाओं से चर्चा की. बच्चों एवं ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव में कच्ची शराब की बिक्री हो रही है जिससे लोग नशे में महिलाओं एवं बच्चों पर शोषण करते है. बच्चों पर इसका दुष्प्रभाव पड रहा हैं. अगर गांव में कच्ची शराब की बिक्री पर रोक लग जाये तो गांव में सुधार आ सकता है. ग्रामीणों ने बताया कि कई बार सैकडों लोगों ने मिलकर नजदीकी पुलिस को शराब बन्द कराने के लिए ज्ञापन भी दिया लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी.
इस पर जिला संयोजक ने ग्रामीणों से कहा कि अगर नजदीकी पुलिस थाने से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है तो ग्रामीण एकत्रित होकर जिला प्रशासन के समक्ष अपनी समस्या को रखें. निश्चित रूप से समाधान होगा. अगर ज्ञापन देने में कोई समस्या आती है तो चाइल्ड लाइन को अवगत करायें. इस मौके पर चाइल्ड लाइन टीम से हेमन्त पस्तोर, कीपेन्द्र राजपूत व गांव की महिलाएं मौजूद रहीं.