झांसी: समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव के खिलाफ हो रही कार्रवाई के विरोध में बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा सामने आया है. सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर मुख्यमंत्री के नाम मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही पूर्व गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव के खिलाफ हो रही कार्रवाई को वैमिनस्ता का वातावरण बनाना बताया है.
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा (bundelkhand nirman morcha) के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गुरुवार को मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव के विरुद्ध 7 दिनों में 8 एफआईआर किया जाना क्षेत्र की जनता के मन और मस्तिष्क में कई सवालों को जन्म दे रहा है. इनमें कुछ एफआईआर जमीन कब्जा लेने की शिकायत पर बिना जांच पड़ताल और नाप किए ही लिख ली गई है. 3-4 माह बाद गैंगेस्टर भी लगा दी गई है.
भानू सहाय ने कहा कि पूर्व विधायक के खिलाफ एफआईआर मात्र तहरीर के आधार पर लिकी गई है. जिस प्रकार लगातार मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. उससे दलीय और वियक्तिगत राजनैतिक वैमिनास्ता का वातावरण बन रहा है. ज्ञापन देते समय कहा गया कि बुंदेलखंड जैसे शांत क्षेत्र में राजनैतिक वैमानस्ता से वातावरण को खराब होने से बचाना ही होगा. जैसी स्तिथि पूर्व में पूर्वांचल की हुआ करती थी. वैसी बुंदेलखंड की नहीं बनने दी जा सकती. कहा कि पूर्व विधायक दीपनारायण का उत्पीड़न कर पुलिस भय का वातावरण निर्मित करना चाहती है. इसके अलावा उन्होंने मंडलायुक्त से मांग करते हुए कहा कि मानदंड का उल्लंघन कर चल रहे नर्सिंग होम्स की समय बद्ध जांच करवाई जाए.
बता दें कि गैंगस्टर एक्ट के आरोपी पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह की 297 करोड़ की संपत्ति को जिला प्रशासन द्वारा कुर्क किया गया है. एसएसपी राजेश एस के मुताबिक दस बैंक अकाउंट, जिसमें 32 लाख की रकम, 23 लग्जरी गाड़ियां, 39 बिला और 100 फ्लैट के साथ ही जेसीबी मशीन भी शामिल है. जबकि इससे पूर्व भी पूर्व विधायक की कई संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है.
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