जौनपुर. पशुपालन विभाग ने एक उन्नत किस्म का चारा तैयार किया है, जो पशुपालकों के लिए काफी फायदेमंद होगा. इसे पशुओं को खिलाने से दूध की मात्रा में वृद्धि होगी. इस चारे की कीमत 35 रुपये प्रति किलो निर्धारित की गई है. जौनपुर में जई के इस विशेष किस्म के चारे को सभी पशु चिकित्सालय से वितरित किया जा रहा है.
पशु चिकित्सकों के अनुसार, हरे चारे के रूप में जई का प्रयोग काफी लंबे समय से होता रहा है. हालांकि, पशुपालन विभाग शोध के परिणाम स्वरूप कई और चीजें भी विकसित करता है, जो पशुओं के लिए काफी फायदेमंद होता है. बता दें, श्वेत क्रांति को बढ़ावा देने के लिए पशुपालन विभाग विशेष प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में पशुपालन विभाग की ओर से जई की एक विशेष किस्म का प्रोटीन युक्त चारा तैयार किया गया है. जिसका नाम है जी (केंट).
जौनपुर में 105 क्विंटल जई का बीज उपलब्ध कराया गया है. इसका वितरण पशु चिकित्सालयों के माध्यम से किया जा रहा है. चारे की कीमत 35 रुपये प्रति किलो निर्धारित की गई है. उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. संदीप अग्रवाल ने बताया कि यह प्रोटीन युक्त चारा है. इस चारे को खिलाने से जहां पशु स्वस्थ रहेंगे, वहीं पशुओं में दूध की मात्रा भी बढ़ेगी. यह पशुपालकों के लिए काफी फायदेमंद होगा.