जौनपुर: जिले के त्रिलोचन महादेव मंदिर का शिवलिंग पूरे देश में अनोखा है.क्योंकि इस शिवलिंग की लंबाई हर साल बढ़ती है. वहीं अपने रूप के कारण यह शिवलिंग शिवधड़ बोला जाता है. वहीं पुराण में भगवान शिव के तीसरे नेत्र खोलकर भस्मासुर को भस्म किए जाने की बात भी वर्णित है. इस कारण इस मंदिर का नाम त्रिलोचन पड़ा.
महादेव मंदिर का शिवलिंग पूरे देश में अनोखा-
- भगवान शिव का पूरा रूप पत्थर की शिला पर उभरा हुआ है.
- जिसके कारण यहां मन से मांगी गई कोई भी मन्नत पूरी होती है.
- इस मंदिर का जिक्र स्कंद पुराण के 674 पेज पर वर्णित है.
- जिसके कारण ये मंदिर खासा चर्चित है.
- त्रिलोचन महादेव मंदिर रहस्यों से भरा हुआ बताया जाता है.
- यहां भगवान ब्रह्मा की तपस्या के बाद शिवजी पाताल भेद कर प्रकट हुए थे.
- इस मंदिर में सावन के महीने में लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
यहां पर भगवान ब्रह्मा यज्ञ के बाद भगवान शिव अपने अनोखे रूप में प्रकट हुए थे. यहां उनकी शिव लिंग की लंबाई हर साल बढ़ती है. इस मंदिर की प्राचीनता का जिक्र स्कंद पुराण में भी वर्णित है.
-विजय गिरी ,मंदिर पुजारी