जौनपुर : जिले के करंजाकला ब्लॉक में निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज के सिक्योरिटी गार्डों ने 35 लाख रुपए वेतन बकाया को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने निर्माण एजेंसियों के कर्मचारी और अधिकारियों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश करने से रोक दिया और गेट पर ताला लगा दिया. इस दौरान सिक्योरिटी गार्डों से निर्माण एजेंसी के अधिकारियों और कर्मचारियों में झड़प भी हुई.
विवादों से पुराना नाता
दरअसल सपा के शासनकाल में जिले को सौगात के रूप में मेडिकल कॉलेज की बड़ी परियोजना मिली थी. मेडिकल कॉलेज बनने के साथ ही इसका नाता विवादों के साथ जुड़ता चला गया. पहले तो मेडिकल कॉलेज के जल्द निर्माण को लेकर लगातार राज्य सरकार की तरफ से आश्वासन दिया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ इसका नाम बदलने के बाद राजनीतिक गरमाहट भी बढ़ गई थी.
अधर में लटका मेडिकल कॉलेज का निर्माण
उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है. अब नया विवाद सिक्योरिटी गार्डों के 30 महीने से भुगतान नहीं किये जाने बाद उत्पन्न हुआ है. इसके चलते सिक्योरिटी गार्ड के 35 लाख रुपए न भुगतान होने के बाद उनके द्वारा मेडिकल कॉलेज के सभी गेटों पर ताला मार कर सबको अंदर जाने से रोक दिया. जानकारी के अनुसार टाटा निर्माण एजेंसी ने अभी तक भुगतान नहीं किया है.
सिक्योरिटी गार्ड और अधिकारियों में झड़प
इस दौरान टाटा निर्माण एजेंसी, बालाजी निर्माण एजेंसी और राजकीय निर्माण निगम के अधिकारी और कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे. सिक्योरिटी गार्डों ने उन्हें भी अंदर जाने से रोक दिया. इसके चलते सिक्योरिटी गार्डों और टाटा निर्माण एजेंसी के अधिकारियों में झड़प भी हुई.
13 सिक्योरिटी गार्ड्स किये गए थे तैनात
लगभग 13 सिक्योरिटी गार्ड्स निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा के लिए लगाए गए थे. वहीं 30 महीनों से उनका भुगतान नहीं किया गया. इस कारण अब उन्होंने विरोध शुरू कर दिया है. इस गतिरोध में राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और किसी तरह सुलह समझौते पर जोर दिया है. सिक्योरिटी के प्रभारी ओम पांडे का कहना है कि जब तक बकाया भुगतान नहीं किया जाएगा तब तक गेट पर ताला मार कर विरोध करेंगे. इस दौरान टाटा के कर्मचारियों को भी अंदर नहीं जाने दिया जाएगा.