जौनपुर: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की मंशा के अनुरूप पेश किया. जनपद के जिला कलेक्ट्रेट परिसर में कम्युनिष्ट पार्टी द्वारा इस बजट के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया. धरना दे रहे कम्युनिष्ट पार्टी के सदस्यों का कहना था कि देश में पहली बार ऐसा बजट पेश किया गया, जिसमें सिर्फ सरकारी संस्थानों की बेचने की बात की गई. सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे लाभकारी संस्था एलआईसी है, जिसे इस सरकार ने बेचने की बात कही है. यह बजट युवा विरोधी, किसान विरोधी है. इसलिए हम इस बजट का आज विरोध कर रहे हैं.
धरना दे रहे जय प्रकाश ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा जो आम बजट संसद में पेश किया गया, ये किसान और नौजवान विरोधी है. उन्होंने कहा कि देश की एक-एक कंपनियों को बेचने का काम किया जा रहा है. पीपीपी मॉडल लाकर सभी चीजें बेचने का काम सरकार कर रही है, जिसको लेकर हम लोग धरना दे रहे है.
वहीं किरण शंकर रघुवंशी ने बताया कि ये आम बजट मोदी सरकार का जो पेश किया गया है, उसमें किसानों के हितों का ख्याल नहीं रखा गया है. देश में पहली बार सरकार ने ऐसा बजट पेश किया है, जिसमें सिर्फ बेचने पर ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा कि सबसे फायदेमंद कंपनी एलआईसी है, उसे भी बेचने की बात की जा रही है, जिसको लेकर हम लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: जौनपुर: खिलौना बैंक के जरिए लौटाया जा रहा गरीब बच्चों का बचपन