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जौनपुर का नाम बदलने की मांग, बीजेपी विधायक ने कहा- भगवान परशुराम के पिता के नाम से फिर जाना जाए शहर

बीजेपी विधायक दिनेश चौधरी ने की जौनपुर का नाम बदलकर भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम करने की मांग की है. इसके लिए बीजेपी विधायक ने सीएम योगी पत्र भी लिखा है.

जौनपुर का नाम बदलने की मांग
जौनपुर का नाम बदलने की मांग
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Published : Aug 29, 2021, 7:18 PM IST

Updated : Aug 29, 2021, 7:51 PM IST

जौनपुर : पिछले कुछ दिनों से यूपी में कई स्थानों का नाम बदलने की चर्चा है. इस बीच केराकत के भाजपा विधायक दिनेश चौधरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि जौनपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है. विधायक दिनेश चौधरी ने मांग की है कि जौनपुर का नाम बदलकर भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि पूर्व में जौनपुर का नाम जमदग्निपुरम ही था. 13वीं शताब्दी में मोहम्मद बिन तुगलक ने इस शहर का नाम अपने भाई जूना खान के नाम पर बदलकर जौनपुर रख दिया था.

बीजेपी विधायक दिनेश चौधरी ने बताया कि जौनपुर का नाम भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम करने की मांग को लेकर अपर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. उन्होंने कहा कि जौनपुर के जमैथा गांव में भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि की तपोस्थली है. इसके अलावा उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि सभी विपक्षी दल ब्राह्मणों को लेकर सियासत कर रहे हैं, लेकिन ब्राह्मण शिरोमणि भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर सब चुप्पी साधे हुए हैं. इसलिए उन्होंने मांग की है कि जौनपुर जिले का भी नाम बदला जाए और इसे भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर फिर से जमदग्निपुरम नाम दिया जाए.

जौनपुर का नाम बदलने की मांग
उधर, बीजेपी विधायक की मांग पर जौनपुर से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार सिर्फ उन जगहों का नाम बदल रही है जो किसी सम्प्रदाय धर्म विशेष को इंगित करता है. उन्होंने कहा कि चुनाव में कुछ महीने शेष हैं, ऐसे में सत्ताधारी दल द्वारा नाम बदलने का शिगूफा देकर हिन्दू वोट का ध्रुवीकरण करने की कोशिश हो रही है. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग आज नाम बदल रहे हैं, वे लोग आजादी की लड़ाई के समय अंग्रेजों के साथ मिलकर हिंदुस्तानियों का कत्लेआम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोई नेता यह नहीं बता सकता है कि स्वतंत्रता संग्राम में उनका कौन सा नेता जेल गया था. बसपा सांसद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद जो लोग आज खुद को देशभक्त और दूसरों को गद्दार बता रहे हैं, वास्तविकता वे लोग ही देश के असली गद्दार हैं.

आपको बता दें कि हाल ही में अलीगढ़ की जिला पंचायत ने जिले का नाम हरिगढ़ और मैनपुरी की जिला पंचायत ने जनपद का नाम मयन ऋषि के नाम पर मयननगर करने का प्रस्ताव पास किया था. इसके साथ ही सुलतानपुर का नाम भगवन राम के पुत्र कुश के नाम पर कुशभवनपुर करने की चर्चा है. इसके पहले योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज, फैजाबाद का नाम बदलकर आयोध्या और मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल नगर कर दिया था. इसके साथ ही वाराणसी के मडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस कर दिया गया है.

इसके अलावा योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद साल 2018 में आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ करने का प्रस्ताव तैयार करने की तैयारी थी. हालांकि आजमगढ़ का नाम भी अभी तक नहीं बदला गया है. इसके साथ ही इन दिनों योगी सरकार द्वारा आगरा और फिरोजाबाद का नाम बदले जाने की चर्चाएं काफी जोर पकड़ रही हैं.

जौनपुर : पिछले कुछ दिनों से यूपी में कई स्थानों का नाम बदलने की चर्चा है. इस बीच केराकत के भाजपा विधायक दिनेश चौधरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि जौनपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है. विधायक दिनेश चौधरी ने मांग की है कि जौनपुर का नाम बदलकर भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि पूर्व में जौनपुर का नाम जमदग्निपुरम ही था. 13वीं शताब्दी में मोहम्मद बिन तुगलक ने इस शहर का नाम अपने भाई जूना खान के नाम पर बदलकर जौनपुर रख दिया था.

बीजेपी विधायक दिनेश चौधरी ने बताया कि जौनपुर का नाम भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम करने की मांग को लेकर अपर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. उन्होंने कहा कि जौनपुर के जमैथा गांव में भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि की तपोस्थली है. इसके अलावा उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि सभी विपक्षी दल ब्राह्मणों को लेकर सियासत कर रहे हैं, लेकिन ब्राह्मण शिरोमणि भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर सब चुप्पी साधे हुए हैं. इसलिए उन्होंने मांग की है कि जौनपुर जिले का भी नाम बदला जाए और इसे भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर फिर से जमदग्निपुरम नाम दिया जाए.

जौनपुर का नाम बदलने की मांग
उधर, बीजेपी विधायक की मांग पर जौनपुर से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार सिर्फ उन जगहों का नाम बदल रही है जो किसी सम्प्रदाय धर्म विशेष को इंगित करता है. उन्होंने कहा कि चुनाव में कुछ महीने शेष हैं, ऐसे में सत्ताधारी दल द्वारा नाम बदलने का शिगूफा देकर हिन्दू वोट का ध्रुवीकरण करने की कोशिश हो रही है. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग आज नाम बदल रहे हैं, वे लोग आजादी की लड़ाई के समय अंग्रेजों के साथ मिलकर हिंदुस्तानियों का कत्लेआम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोई नेता यह नहीं बता सकता है कि स्वतंत्रता संग्राम में उनका कौन सा नेता जेल गया था. बसपा सांसद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद जो लोग आज खुद को देशभक्त और दूसरों को गद्दार बता रहे हैं, वास्तविकता वे लोग ही देश के असली गद्दार हैं.

आपको बता दें कि हाल ही में अलीगढ़ की जिला पंचायत ने जिले का नाम हरिगढ़ और मैनपुरी की जिला पंचायत ने जनपद का नाम मयन ऋषि के नाम पर मयननगर करने का प्रस्ताव पास किया था. इसके साथ ही सुलतानपुर का नाम भगवन राम के पुत्र कुश के नाम पर कुशभवनपुर करने की चर्चा है. इसके पहले योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज, फैजाबाद का नाम बदलकर आयोध्या और मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल नगर कर दिया था. इसके साथ ही वाराणसी के मडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस कर दिया गया है.

इसके अलावा योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद साल 2018 में आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ करने का प्रस्ताव तैयार करने की तैयारी थी. हालांकि आजमगढ़ का नाम भी अभी तक नहीं बदला गया है. इसके साथ ही इन दिनों योगी सरकार द्वारा आगरा और फिरोजाबाद का नाम बदले जाने की चर्चाएं काफी जोर पकड़ रही हैं.

Last Updated : Aug 29, 2021, 7:51 PM IST
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