जौनपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर जिला जेल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कैदियों को जिला न्यायाधीश द्वारा सत्य अहिंसा एवं खुद पर अंकुश लगाने का पाठ पढ़ाया गया. न्यायाधीश ने कैदियों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर सजा पा रहे कैदी अगर अपने क्रोध पर अंकुश पा लेंगे तो पुलिस और अदालत की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
जिला कारागार में कार्यक्रम का आयोजन
जनपद के खेल लाइन बाजार थाना स्थित जिला जेल कारागार में महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जिला जज ओम प्रकाश त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. न्यायाधीश ने जेल में बंद महिला कैदियों के सात बच्चों को कॉपी-किताब प्रदान किया. इसका उद्देश्य यह था कि माता की सजा बच्चों को न मिले और शिक्षा में विकास कर उन्हें आगे ले जाया जा सके. कार्यक्रम में कैदियों द्वारा गांधी जी के वैष्णो धर्म एवं लोक गीतों को गाकर लोगों को जागरूक किया गया.
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कार्यक्रम में जेल अधीक्षक ने संबोधन करते हुए कहा कि जेल में कैदियों को रहने के लिए कम जगह है. इस समस्या का निवारण किया जा रहा है. जिसके लिए सरकार द्वारा मेरे खाते में पैसा भेजा गया है. 13 एकड़ जमीन, मिर्जापुर रोड पर तीन गांव देख लिए गए हैं, जल्दी उस पर आगे का कार्य किया जाएगा.
लोगों को शराब का सेवन और क्रोध दोनों नहीं करना चाहिए. लोग अपने क्रोध पर काबू पाकर एक महान इंसान बन सकते हैं. क्रोध ही इंसान से अपराध कराता है और लोग सजा पाते हैं. जेल में निरुद्ध महिलाओं के साथ बच्चों को शिक्षण सामग्री एवं फल वितरण किया गया है.
-ओम प्रकाश त्रिपाठी, जिला जज