जालौन: यूपी बोर्ड परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुक्रवार से शुरू होना था, लेकिन उरई मुख्यालय में अध्यापकों ने कॉपियों के मूल्यांकन के कार्य का बहिष्कार कर मांगों को लेकर अनशन पर बैठ गए.
शुक्रवार से शुरु होना था कॉपियों का मूल्यांकन
पूरे प्रदेश में शुक्रवार से यूपी बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य शुरू होना था, लेकिन जीआईसी सेंटर में उस वक्त असमंजस की स्थिति हो गई जब 875 से अधिक अध्यापकों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है.
माध्यमिक शिक्षक संघ के वित्तविहीन शिक्षकों के गुट के जिला अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र द्विवेदी ने बताया कि शिक्षकों द्वारा जांची जा रही कॉपियों का मूल्यांकन मानदेय बहुत ही कम है. इसको बढ़ाने की बात हुई थी मगर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सरकार ने अभी तक कुछ भी नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने कहा कि जबतक हमारी मांगों पर कोई आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक हम कार्य का बहिष्कार करते रहेंगे.
वहीं, डीआईओएस भगवत पटेल ने कहा कि कार्य का बहिष्कार कर रहे शिक्षकों की मांगों का ज्ञापन लेकर मुख्यमंत्री को भेज दिया जाएगा. बच्चों की कॉपियों के मूल्यांकन में देरी न हो इसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा. समय पर बोर्ड को कॉपियां जांच कर भेज दी जाएंगी.