हाथरस: जिले के गांव मोहनपुरा से वैष्णो देवी दर्शन के लिए गए लोगों की शुक्रवार को घर वापसी थी. हंसी-खुशी घर वापसी से पहले हुए सड़क हादसे की वजह से गांव का माहौल मातम में बदल गया. जहां इस हादसे में गांव के ही तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं शुक्रवार शाम गांव लाए गए तीनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
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गांव पहुंचे तीनों मृतकों के शव
जिले के गांव मोहनपुरा के 35 लोग 3 अक्टूबर को मां वैष्णो देवी दर्शन के लिए बस से निकले थे. इस बस में गांव के लोगों के कुछ रिश्तेदार और आस-पड़ोस के गांव के लोग भी यात्रा पर उनके साथ गए थे. वैष्णो देवी दर्शन के बाद शुक्रवार को उनकी घर वापसी की यात्रा के अंतिम पड़ाव पर सभी लोग नरौरा गंगा स्नान के लिए रुके थे. इसी दौरान सड़क किनारे सो रहे 7 लोगों को एक अनियंत्रित बस ने रौंद दिया, जिससे सभी की मौत हो गई. मरने वालों में गांव मोहनपुरा की फूलवती उसकी पुत्रवधू माला देवी और माला देवी की मासूम बेटी कल्पना भी शामिल हैं. तीनों के शव गांव लाए गए और जहां उनका अंतिम संस्कार हुआ. वहीं तीनों के शव आते ही गांव में कोहराम मच गया.
मृतक के परिजन डालचंद्र ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मां के दर्शन के बाद आज उनकी घर वापसी थी. उसकी भाभी ने सड़क से हटकर सो रही थीं. वहां सो रहे सात लोगों को बस ने कुचल दिया, जिससे सभी की मौत हो गई.