बाराबंकी: सामूहिक दुष्कर्म के बाद 19 वर्षीया युवती के साथ अमानवीय कृत्य से हाथरस शर्मसार है. हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता की मौत से आक्रोशित बाराबंकी के समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को प्रदर्शन कर दरिंदों का पुतला फूंका. प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं खराब कानून व्यवस्था का नतीजा हैं.
हाथरस में एक दलित युवती के साथ चार लोगों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं. चार दरिंदों ने युवती के हाथ पैर बांधकर उसके साथ दुष्कर्म किया, पीड़िता द्वारा विरोध किए जाने पर हैवानों ने उसकी जीभ काट डाली. यही नहीं दरिंदों ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर उसकी गर्दन भी तोड़ दी. बीती 14 सितम्बर से इसका इलाज चल रहा था. हालत गंभीर होने पर इसे दिल्ली के सफदरजंग में सोमवार को भर्ती कराया गया था, लेकिन पीड़िता जख्मों को झेल नहीं पाई और मंगलवार को उसने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया.
इस दरिंदगी को लेकर बाराबंकी में भी खासा आक्रोश है. सपा ने इसे सूबे की खराब कानून व्यवस्था का नतीजा बताया है. इससे आक्रोशित सपा की युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को शहर के छाया चौराहे पर प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने दरिंदों का पुतला फूंककर इनको फांसी दिए जाने की मांग की.