हाथरस: पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल ने जिले में अवैध शराब बनाने और बिक्री पर अंकुश लगाए जाने को लेकर ‘ऑपरेशन प्रहार’ शुरू किया है. इसके माध्यम से कस्बों व गांवों में चौपाल लगाकर और विश्वास पर्ची बांटकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. बता दें कि पिछले दिनों जहरीली शराब के सेवन से कुछ लोगों की मौतें हुई थीं.
पुलिस अधीक्षक ने अवैध शराब निर्माण व बिक्री पर रोक लगाने के लिए ‘विश्वास पर्ची’ भी जारी की है. विश्वास पर्ची के पीछे जनपद के समस्त पुलिस अधिकारी एवं आबकारी अधिकारी के नंबर अंकित किए गए हैं. इन नंबरों पर कोई भी व्यक्ति फोन कर अवैध रूप से बेची जा रही या बनाई जा रही शराब के बारे में सूचना दे सकता है. सभी क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी द्वारा प्रतिदिन गांवों में जाकर विश्वास पर्ची बांटकर और गांवों में चौपाल लगाकर लोगों को संबोधित किया जाएगा.
अधिकारी करें निरंतर कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने सभी राजपत्रित अधिकारी या प्रभारी निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि वे अपने चौकी इंचार्ज एवं बीट आरक्षी को अच्छी तरह से ब्रीफ कर अवैध शराब की बिक्री व निर्माण पर निरंतर कार्रवाई करें. इसके साथ ही अवैध शराब की बिक्री या निर्माण पर चौकी प्रभारी व बीट आरक्षी की जवाबदेही तय की जाएगी. इस अभियान में ग्राम चौकीदारों की भी सहायता लेने को कहा गया है. जिन्हें गांव-मोहल्लों के विषय में अच्छी जानकारी होती है. एसपी ने सारी सूचना संकलन कर अविलंब कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही पुलिस अधीक्षक ने अपने स्तर से भी विशेष टीम का गठन किया है, जो गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करेगी.
कई लोगों की हो चुकी हैं मौतें
जिले में हाथरस गेट कोतवाली इलाके के गांव नगला सिंगी और नगला प्रह्लाद में 28 अप्रैल को छह लोगों की शराब के सेवन के बाद मौत हुई थी. इसके बाद 5 मई को थाना चंदपा कोतवाली इलाके के गांव कपूरा में भी चार लोगों की जाने गई थीं. गांव के लोग इन मौतों की वजह जहरीली शराब बता रहे थे. वहीं प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने इनके मरने की वजह बीमार होना बताया था. इसी वजह से एसपी ने लोगों को जागरूक करने का कदम उठाया है.