हाथरस: जनपद में रविवार को सारे दिन गहमा गहमी रही. आरोपी पक्ष के समर्थन में जमा हुए लोगों ने पीड़ित परिवार से मिलने आए राजनीतिक पार्टियों के लोगों का विरोध किया. आने वाले नेताओं के विरोध में नारे भी लगाए. सांसद के विरोध में भी लोगों ने जमकर नारेबाजी की.
इन दिनों सुर्खियों में बने हाथरस कथित गैंगरेप प्रकरण में जहां पीड़ित परिवार से मिलने के लिए विभिन्न राजनीतिक पार्टी व अन्य संगठन के लोगों का आने का सिलसिला चल रहा है, वहीं आरोपी पक्ष के समर्थन में भी लोग उतर आए हैं. सवर्ण समाज के लोग नेशनल हाईवे पर गांव के रास्ते के नजदीक इकट्ठा हुए. उन्होंने मृतका के गांव जाने वाले हर एक राजनेता के खिलाफ नारेबाजी की. इसी बीच में राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता और सवर्ण समाज के लोगों में भिड़ंत भी हुई.
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सवर्ण समाज के लोगों ने पथराव किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया. उन्होंने कहा कि वे पूरे अनुशासन का पालन कर रहे थे और अपनी पार्टी के गांव गए डेलिगेशन के लौटने का इंतजार कर रहे थे. तभी पुलिस ने उन पर बेवजह लाठीचार्ज किया. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की तानाशाही चल रही है.
सवर्ण समाज के एक गुट की अगुवाई कर रहे निशांत ने बताया कि आज हमारे धरने का दूसरा दिन है. हमारे भाइयों को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निर्दोष होने के बावजूद भी फंसाया गया है. हमें परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक कि हमारे भाई जेल से बाहर नहीं आ जाते हैं.
पथराव के आरोप पर निशांत ने कहा कि हमने सपा कार्यकर्ताओं पर पथराव नहीं किया. उन्होंने खुद पुलिस पर पथराव किया, जिसके बदले में उन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ी.
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दरअसल, पिछले कई दिनों से हाथरस का माहौल गर्म है. राजनीतिक पार्टी के लोगों का लगातार यहां आना जाना लगा हुआ है. उनके हाथरस आने का भी लोग विरोध कर रहे है. देखना होगा कि यह सिलसिला कब तक चलता है.