हाथरस: अनुसूचित जाति एवं वित्तीय विकास के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि गठबंधन दहाई के आंकड़ों को भी नहीं छू पाएगा. उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में इस समय अखिलेश से बड़ा कोई दलित विरोधी नहीं है. वहीं मायावती को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें दलितों के दुख से कोई सरोकार नहीं रह गया है.
लालजी प्रसाद निर्मल हाथरस लोकसभा सीट की छर्रा विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह गठबंधन 1991 में हुए मुलायम सिंह यादव और कांशीराम के बीच हुए गठबंधन जैसा नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांशीराम उस समय दलितों की प्रिय चेहरे थे और मुलायम सिंह भी दलित विरोधी नहीं थे.
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सपा देश की राजनीति में दलित विरोधी चेहरे के रूप में सामने आ चुकी है. अखिलेश यादव दलितों के विरोध में काम करते रहे हैं. वहीं मायावती के लिए उन्होंने कहा कि उनका दलितों के दुख से कोई मतलब नहीं रहा है. उनके पास दलितों के लिए कोई एजेंडा नहीं है. वह केवल प्रबंधन के माध्यम से राजनीति कर रही हैं. उन्होंने कहा कि अब दलित यह सब बातें समझ चुका है. यही वजह है कि गठबंधन को 10 सीटें भी हासिल नहीं होंगी.