हाथरसः जिले में इंजीनियरिंग के एक छात्र ने खुद की फिरौती के लिए अपहरण की साजिश रच डाली. बताया जा रहा है कि युवक को फैंटेसी गेम खेलने की लत लग गई थी. वह इस गेम में रुपये हार गया था. हाथरस गेट थाना पुलिस एवं स्वाट टीम की संयुक्त करवाई में युवक व उसके साथी को शनिवार को पकड़ गया है. पकड़े जाने के बाद युवक ने पूरी घटना का खुलासा किया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 16 अप्रैल को हाथरस गेट थाना क्षेत्र की साकेत कॉलोनी के अशोक कुमार सिंह ने सूचना दी थी कि उसका 25 साल का बेटा दुष्यन्त सिंह गाजियाबाद के सुंदर दीप इंजीनियरिंग कॉलेज में अंतिम वर्ष का छात्र है. 15 अप्रैल को वह घर से एचएडी ट्रेन से गाजियाबाद गया था, लेकिन वापस नहीं आया. अब दुष्यन्त सिंह के मोबाइल नंबर से 04.00 बजे के बाद से फिरौती की मांग की जा रही है. अशोक कुमार की तहरीर के आधार पर हाथरस थाना गेट में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.
पुलिस अधीक्षक देवेश कुमार पांडेय ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए स्वाट टीम व सर्विलांस सेल के नेतृत्व में टीमों का गठन कर घटना के शीघ्र अनावरण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया था. इसी क्रम में हाथरस गेट थाना पुलिस एवं स्वाट टीम के धरातलीय साक्ष्य, सर्विलांस सेल की टेक्निकल एड व प्राप्त अन्य लाभप्रद सूचनाओं केसंकलन से थाना हाथरस गेट पुलिस एवं स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में अपह्रत द्वारा स्वंय अपहरण होने की साजिश करके फिरौती मांगने की घटना का खुलासा किया है.
पुलिस को तकनीकी सहयोग से दुष्यन्त के बारे में चंडीगढ एवं दिल्ली के मध्य होने की जानकारी मिली. पुलिस एवं स्वाट टीम द्वारा परिश्रम व प्रयासों के बाद आईएसबीटी दिल्ली से दिनांक 22 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, इस मामले में एएसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अपहृत दुष्यन्त व उसके साथी भानुप्रताप के विरुद्ध धारा 420/386/34 भादवि के अंतर्गत करवाई की है. पुलिस द्वारा विधिपूर्ण कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि दुष्यंत को करीब ढाई महीने पहले फेंटेसी गेम खेलने की लत पड़ गई थी. इस गेम में वह रुपये हार गया था. इस वजह से उस पर काफी कर्ज हो गया था. इस कर्ज को चुकता करने के लिए उसने मथुरा जिले के छटीकरा के रहने वाले अपने एक दोस्त भानू प्रताप के साथ स्वयं के अपहरण की योजना बनाई थी. अपने अपहरण की सूचना परिवार को देकर उनसे फिरौती की मांग किया करते थे. वहीं, पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 15 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है.