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कुछ ऐसी है यूपी की शिक्षा का हाल, स्कूल में नौनिहालों से कराई जा रही मजदूरी

हरदोई में प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल के निर्माण में स्कूल के बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद डीपीआरओ ने जांच के आदेश दिए हैं.

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Published : Mar 17, 2019, 10:53 AM IST

प्राथमिक विद्यालय

हरदोई: बेसिक शिक्षा विभाग में प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल का निर्माण पंचायत राज विभाग के द्वारा कराया जा रहा है. इसमें ईंट ढोने और मौरंग, सीमेंट मिलाने का काम स्कूल के बच्चों से कराया जा रहा है. बच्चों से मजदूरी करवाने का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के विकासखंड भरखनी के प्राथमिक विद्यालय लुदियापुर का है. यहां प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल के निर्माण के लिए स्कूल के बच्चों से ही मजदूरी कराई जा रही है. तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह ड्रेस पहने हुए बच्चे ईंट ढोने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही बच्चे मौरंग और सीमेंट को मिलाते हुए भी नजर आ रहे हैं.

विकासखंड भरखनी के प्राथमिक विद्यालय का है मामला.

नौनिहालों से बाल श्रम कराए जाने की इन तस्वीरों को किसी ग्रामीण ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और फिर इन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा गया.

बता दें कि बेसिक जिले में निर्माणाधीन सभी प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों की बाउंड्री वॉल के निर्माण का कार्य पंचायत राज विभाग को दिया गया है. लिहाजा गांव के ग्राम प्रधान और सचिव की देखरेख में बाउंड्री वॉल के निर्माण कार्य को कराया जा रहा है, लेकिन तस्वीरों में साफ है कि किस तरह से जिम्मेदार नौनिहालों का शोषण करने में जुटे हैं. वीडियो सामने आने के बाद अब जिम्मेदार अफसर जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं.

नौनिहालों को स्कूल भेजने और उन्हें अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकार करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है और नौनिहालों से श्रम कराए जाने को लेकर सरकार ने कड़े प्रावधान किए हैं. इसके लिए कानून भी बनाया है, लेकिन शायद जिम्मेदारों को न कानून का डर है और न ही नौनिहालों के भविष्य की चिंता. लिहाजा जिन हाथों में किताबें होनी चाहिए उन हाथों में ईंटें, मौरंग और सीमेंट पकड़ा दी गई है. इस मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा बच्चों से श्रम कराए जाने को गलत बताते हुए मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.

हरदोई: बेसिक शिक्षा विभाग में प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल का निर्माण पंचायत राज विभाग के द्वारा कराया जा रहा है. इसमें ईंट ढोने और मौरंग, सीमेंट मिलाने का काम स्कूल के बच्चों से कराया जा रहा है. बच्चों से मजदूरी करवाने का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के विकासखंड भरखनी के प्राथमिक विद्यालय लुदियापुर का है. यहां प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल के निर्माण के लिए स्कूल के बच्चों से ही मजदूरी कराई जा रही है. तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह ड्रेस पहने हुए बच्चे ईंट ढोने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही बच्चे मौरंग और सीमेंट को मिलाते हुए भी नजर आ रहे हैं.

विकासखंड भरखनी के प्राथमिक विद्यालय का है मामला.

नौनिहालों से बाल श्रम कराए जाने की इन तस्वीरों को किसी ग्रामीण ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और फिर इन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा गया.

बता दें कि बेसिक जिले में निर्माणाधीन सभी प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों की बाउंड्री वॉल के निर्माण का कार्य पंचायत राज विभाग को दिया गया है. लिहाजा गांव के ग्राम प्रधान और सचिव की देखरेख में बाउंड्री वॉल के निर्माण कार्य को कराया जा रहा है, लेकिन तस्वीरों में साफ है कि किस तरह से जिम्मेदार नौनिहालों का शोषण करने में जुटे हैं. वीडियो सामने आने के बाद अब जिम्मेदार अफसर जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं.

नौनिहालों को स्कूल भेजने और उन्हें अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकार करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है और नौनिहालों से श्रम कराए जाने को लेकर सरकार ने कड़े प्रावधान किए हैं. इसके लिए कानून भी बनाया है, लेकिन शायद जिम्मेदारों को न कानून का डर है और न ही नौनिहालों के भविष्य की चिंता. लिहाजा जिन हाथों में किताबें होनी चाहिए उन हाथों में ईंटें, मौरंग और सीमेंट पकड़ा दी गई है. इस मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा बच्चों से श्रम कराए जाने को गलत बताते हुए मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.

Intro:आशीष द्विवेदी
हरदोई up
9918740777,8115353000

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file name-hdi 16 march school me baalmajdoori-1

स्लग- हरदोई में प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वाल के निर्माण में स्कूल के बच्चों से कराई जा रही मजदूरी सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल डीपीआरओ ने दिए जांच के आदेश

एंकर-यूपी के हरदोई में एक प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वाल के निर्माण में स्कूल के बच्चों से ही मजदूरी कराने का वीडियो सामने आया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है इस वीडियो के सामने आने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वाल का निर्माण पंचायत राज विभाग के द्वारा कराया जा रहा है जिसमें ईट ढोने और मौरंग सीमेंट मिलाने का काम स्कूल के बच्चों के द्वारा कराया जा रहा है गांव में बच्चों से मजदूरी करवाने का वीडियो किसी ने मोबाइल से बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।


Body:vo-मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के विकासखंड भरखनी के प्राथमिक विद्यालय लुदियापुर का है जहां प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री बाल के निर्माण के लिए स्कूल के बच्चों से ही मजदूरी कराई जा रही है तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि किस तरह से ड्रेस पहने हुए बच्चे ईट ढोने का काम कर रहे हैं साथ ही बच्चे मौरंग और सीमेंट को मिलाते हुए नजर आ रहे हैं यह बच्चे ईट सीमेंट मौरंग को ले जाकर देते हुए नजर आते हैं और तस्वीरों में स्कूल भी नजर आ रहा है। नौनिहालों से बाल श्रम कराए जाने की इन तस्वीरों को किसी ग्रामीण ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और फिर इन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया सोशल मीडिया पर नौनिहालों के बाल श्रम की यह तस्वीरें सामने आने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।आपको बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग में जिले में निर्माणाधीन सभी प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों की बाउंड्री वाल के निर्माण का कार्य पंचायत राज विभाग को दिया गया है लिहाजा गांव के ग्राम प्रधान और सचिव की देखरेख में बाउंड्री वाल के निर्माण कार्य को कराया जा रहा है लेकिन तस्वीरों में साफ है कि किस तरह से जिम्मेदार नौनिहालों का शोषण करने में जुटे हैं। हालांकि वीडियो सामने आने के बाद अब जिम्मेदार अफसर जांच के बाद कार्यवाही की बात कर रहे हैं।


Conclusion:voc- नौनिहालों को स्कूल भेजने और उन्हें अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है और नौनिहालों से श्रम कराए जाने को लेकर सरकार ने कड़े प्रावधान किए हैं और इसके लिए कानून भी बनाया है लेकिन शायद जिम्मेदारों को न कानून का डर है और ना ही नौनिहालों के भविष्य की चिंता लिहाजा जिन हाथों में किताबें होनी चाहिए जो देश का भविष्य है उन हाथों में ईटें, मौरंग और सीमेंट पकड़ा दी गई है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के तेजी से वायरल होने के बाद अब जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा बच्चों से श्रम कराए जाने को गलत बताते हुए मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कर रहे हैं।
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