हरदोई: जिला प्रशासन ने हरदोई में आत्मनिर्भर गौशाला बनाने की पहल की थी. प्रशासन को करीब 6 लाख की आमदनी इस आत्मनिर्भर गौशाला से प्राप्त हुई है. यही वजह है कि जिला प्रशासन लगातार आमदमी के लिए नए माध्यमों को चुन रहा है. इससे गौशाला का खर्च भी निकलेगा और कम से कम सरकारी धन का व्यय होगा.
जिले के ब्लॉक टड़ियावां में स्थित गौशाला को आत्मनिर्भर गौशाला बनाने का प्रयास जिला प्रशासन ने किया. करीब 9.535 हेक्टेयर भूमि पर स्थित इस गौशाला में 206 गौवंश सुरक्षित हैं. पशुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गौशाल के चारों तरफ तारबंदी की गई है. गौशाल में दो पानी के टैंक बनवाये गए हैं. इसके अलावा कुछ भूमि उपजाऊ बना ली गई. उस जमीन पर गेंहू, सरसों और जौ की बुवाई की गई थी. इससे करीब 6 लाख की आमदनी गौशाला को प्राप्त हुई है.
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जिलाधिकारी अविनाश कुमार (District Magistrate Avinash Kumar) ने एक मूलयांकन समिति का गठन किया है. इसमें पशु विभाग, मत्यस्य विभाग, कृषि विभाग और भूमि सरक्षण विभाग सहित ब्लॉक के अफसर शामिल है. इस बार जिला प्रशासन ने बड़े स्तर के दो तालाब बनाए है. इसमें मछली पालन किया जा रहा है. वहीं, घास की रोपाई भी लगातार की जा रही है. इससे प्रत्येक वर्ष पशुओं को चारा मिलता है.
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश से न्याय पंचायत में गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है. गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास लगातार जारी रहेगा. इसकी अतिरिक्त भूम पर बंजर पड़ी हुई है. उस जमीन का भी इस्तेमाल करके आय का नया जरिया बनाएंगे.
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