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हरदोई: बदला लेने के लिए की गई थी किशोर की हत्या, 4 गिरफ्तार

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Published : Oct 29, 2020, 7:49 PM IST

Updated : Oct 30, 2020, 3:36 AM IST

उत्तर प्रदेश के हरदोई में पुलिस ने किशोर की हत्या का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की है.

गिरफ्तार हत्यारोपी.
गिरफ्तार हत्यारोपी.

हरदोई: अरवल थाना इलाके में हुई किशोर की हत्या का गुरुवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त बांका और चाकू भी बरामद किया गया है. पुरानी रंजिश को लेकर इन चारों ने मिलकर किशोर की बेरहमी से हत्या करने के बाद शव के कई टुकड़े कर दिए थे और उन्हें खेत में फेंक दिया था. पुलिस को खेत में किशोर के शव का कंकाल मिला था. पूरे मामले में किशोर के कंकाल को पुलिस ने डीएनए परीक्षण के लिए भेजा है. पुलिस ने हत्या के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की गई है.

जानकारी देती पुलिस.

हत्या के चार आरोपी गिरफ्तार
थाना अरवल इलाके में 17 अक्टूबर को नंदना गांव में हुई 17 वर्षीय किशोर भीम की हत्या के आरोप में पुलिस ने गांव के ही राजीव, रामनिवास, रामकिशोर और भैयालाल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने साथ ही इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त बांका और चाकू भी बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, 17 अक्टूबर को भीम संदिग्ध हालत में लापता हो गया था. काफी खोजबीन के बाद भी जब वह नहीं मिला तो 20 अक्टूबर को भीम के चाचा संत ऋषि ने अरवल थाने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. उसके बाद खोजबीन के दौरान 23 अक्टूबर को भीम का कंकाल गांव में ही धान के खेत में पड़ा पाया गया. इसकी पहचान भीम के चाचा संतऋषि और उसकी मां रजनी के साथ परिजनों ने मृतक के खून से सने कपड़े और चप्पल से की थी. इस मामले में मृतक के चाचा संत ऋषि ने गांव के ही 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.

बदला लेने के लिए की गई हत्या
वारदात के खुलासे में लगी पुलिस ने चारों आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और उनसे कड़ी पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. रामकिशोर की मृतक के चाचा संत ऋषि से पुरानी दुश्मनी है. इन लोगों के मना करने के बावजूद भी इनके गांव के पूर्व प्रधान के यहां संत ऋषि के परिवार और भीम का आना-जाना लगा रहता था. आरोपी की गांव के पूर्व प्रधान से पुरानी मुकदमेबाजी और रंजिश भी है. जिसके लिए इन लोगों को कई बार उसने मना भी किया था, लेकिन यह लोग नहीं माने और हाल ही में प्रधान के भाई की तेरहवीं की दावत में उसके घर गए थे. इसके चलते संत ऋषि को सबक सिखाने के लिए आरोपियों ने भीम को रास्ते में जाते समय पकड़ लिया था और खेत में ले जाकर उसकी नृशंस हत्या कर दी थी. पुलिस ने चारों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही सभी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की गई है.

अरवल थाना इलाके में भीम की हत्या के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों की पूर्व प्रधान के साथ पुरानी रंजिश थी. मृतक और उसके चाचा का पूर्व प्रधान के यहां आना-जाना था. यह लोग अपनी बिरादरी के लोगों पर होल्ड चाहते थे. इसी के चलते इन्होंने संतऋषि और उसके परिवार को पूर्व प्रधान से मेलजोल रखने के लिए मना किया था. न मानने पर इन्होंने रास्ते में भीम को अगवा करने के बाद उसकी बांके से काटकर हत्या कर दी थी. इनको गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है और इनके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जा रही है.

अनुराग वत्स, पुलिस अधीक्षक, हरदोई

हरदोई: अरवल थाना इलाके में हुई किशोर की हत्या का गुरुवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त बांका और चाकू भी बरामद किया गया है. पुरानी रंजिश को लेकर इन चारों ने मिलकर किशोर की बेरहमी से हत्या करने के बाद शव के कई टुकड़े कर दिए थे और उन्हें खेत में फेंक दिया था. पुलिस को खेत में किशोर के शव का कंकाल मिला था. पूरे मामले में किशोर के कंकाल को पुलिस ने डीएनए परीक्षण के लिए भेजा है. पुलिस ने हत्या के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की गई है.

जानकारी देती पुलिस.

हत्या के चार आरोपी गिरफ्तार
थाना अरवल इलाके में 17 अक्टूबर को नंदना गांव में हुई 17 वर्षीय किशोर भीम की हत्या के आरोप में पुलिस ने गांव के ही राजीव, रामनिवास, रामकिशोर और भैयालाल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने साथ ही इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त बांका और चाकू भी बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, 17 अक्टूबर को भीम संदिग्ध हालत में लापता हो गया था. काफी खोजबीन के बाद भी जब वह नहीं मिला तो 20 अक्टूबर को भीम के चाचा संत ऋषि ने अरवल थाने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. उसके बाद खोजबीन के दौरान 23 अक्टूबर को भीम का कंकाल गांव में ही धान के खेत में पड़ा पाया गया. इसकी पहचान भीम के चाचा संतऋषि और उसकी मां रजनी के साथ परिजनों ने मृतक के खून से सने कपड़े और चप्पल से की थी. इस मामले में मृतक के चाचा संत ऋषि ने गांव के ही 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.

बदला लेने के लिए की गई हत्या
वारदात के खुलासे में लगी पुलिस ने चारों आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और उनसे कड़ी पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. रामकिशोर की मृतक के चाचा संत ऋषि से पुरानी दुश्मनी है. इन लोगों के मना करने के बावजूद भी इनके गांव के पूर्व प्रधान के यहां संत ऋषि के परिवार और भीम का आना-जाना लगा रहता था. आरोपी की गांव के पूर्व प्रधान से पुरानी मुकदमेबाजी और रंजिश भी है. जिसके लिए इन लोगों को कई बार उसने मना भी किया था, लेकिन यह लोग नहीं माने और हाल ही में प्रधान के भाई की तेरहवीं की दावत में उसके घर गए थे. इसके चलते संत ऋषि को सबक सिखाने के लिए आरोपियों ने भीम को रास्ते में जाते समय पकड़ लिया था और खेत में ले जाकर उसकी नृशंस हत्या कर दी थी. पुलिस ने चारों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही सभी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की गई है.

अरवल थाना इलाके में भीम की हत्या के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों की पूर्व प्रधान के साथ पुरानी रंजिश थी. मृतक और उसके चाचा का पूर्व प्रधान के यहां आना-जाना था. यह लोग अपनी बिरादरी के लोगों पर होल्ड चाहते थे. इसी के चलते इन्होंने संतऋषि और उसके परिवार को पूर्व प्रधान से मेलजोल रखने के लिए मना किया था. न मानने पर इन्होंने रास्ते में भीम को अगवा करने के बाद उसकी बांके से काटकर हत्या कर दी थी. इनको गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है और इनके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जा रही है.

अनुराग वत्स, पुलिस अधीक्षक, हरदोई

Last Updated : Oct 30, 2020, 3:36 AM IST
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