केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केन्द्रीय बजट 2025-26 पेश किया. बजट की मुख्य बातें इस प्रकार हैं.
बजट अनुमान 2025-26:
- उधारियों के अलावा कुल प्राप्तियां और कुल व्यय क्रमश: 34.96 लाख करोड़ रुपये तथा 50.65 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
- निवल कर प्राप्तियां `28.37 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
- राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
- सकल बाजार उधारियां 14.82 लाख करोड़ रहने का अनुमान है.
- वित्त वर्ष 2025-26 में कैपेक्स व्यय 11.21 लाख करोड़ रुपये (जीडीपी का 3.1 प्रतिशत) रहने का अनुमान है.
विकास के प्रथम इंजन के रूप में कृषि
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना – विकासशील कृषि जिला कार्यक्रम
राज्यों की भागीदारी से 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' का शुभारंभ करेगी. इस कार्यक्रम में मौजूदा योजनाओं और विशिष्ट उपायों के अभिसरणके माध्यम से कम उत्पादकता, कम उपज और औसत से कम ऋण मानदण्डों वाले 100 जिलों को शामिल किया जाएगा. इस कार्यक्रम से 1.7 करोड़ किसानों को मदद मिलने की संभावना है.
केन्द्रीय मंत्री @nsitharaman ने कहा है कि कैंसर और अन्य जानलेवा बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली अन्य 36 जीवन रक्षक दवाओं को बुनियादी सीमा-शुल्क से बाहर किया जाएगा।
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2025
विवरण: https://t.co/gqQdPdv7fj #UnionBudget2025 #ViksitBharatBudget2025 pic.twitter.com/rea8eiXgVH
केन्द्रीय मंत्री @nsitharaman ने संसद में कहा कि इस बजट ने वर्ष 2047 तक कम से कम 100 गीगावाट की परमाणु ऊर्जा क्षमता विकसित करने पर जोर दिया है। यह देश के ऊर्जा परिवर्तन प्रयासों के लिए आवश्यक है।
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2025
विवरण: https://t.co/rTWhUH8SDl #UnionBudget2025 #ViksitBharatBudget2025 pic.twitter.com/Dl7PexBtyn
ग्रामीण समृद्धि और लचीला निर्माण
राज्यों की भागीदारी से 'ग्रामीण समृद्धि और लचीला निर्माण' नामक एक व्यापक बहु-क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रारम्भ किया जाएगा ताकि कौशल, निवेश, प्रौद्योगिकी के माध्यम से कृषि में कम रोजगार का समाधान होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आएगी. पहले चरण में 100 विकासशील कृषि जिलों को शामिल किया जाएगा.
केन्द्रीय मंत्री @nsitharaman ने केन्द्रीय बजट 2025-26 पेश करते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में हमारी अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से वृद्धि कर रही है।
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2025
पढ़ें: https://t.co/F3o5D4yX30 pic.twitter.com/OXBdLUOsEb
दलहन में आत्मनिर्भरता:
- सरकार तूर, उड़द और मसूर पर विशेष ध्यान देने के साथ 6-वर्षीय 'दलहनों में आत्मनिर्भरता मिशन' प्रारम्भ करेगी.
- केंद्रीय एजेंसियां नेफेड और एनसीसीएफ अगले 4 वर्षों के दौरान किसानों से ये दालें खरीदेगी.
- सब्जियों और फलों के लिए व्यापक कार्यक्रम.
- उत्पादन, प्रभावी आपूर्तियों, प्रसंस्करण और किसानों के लिए लाभकारी मूल्य को बढ़ावा देने के लिए राज्यों की भागीदारी से एक व्यापक कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा.
बिहार में मखाना बोर्ड
- मखानों का उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन में सुधार लाने के लिए बिहार में मखाना बोर्ड स्थापित किया जाएगा.
राष्ट्रीय उच्च पैदावार बीज मिशन
- राष्ट्रीय उच्च पैदावार बीज मिशन शुरू किया जाएगा किया जाएगा जिसका उद्देश्य अनुसंधान इकोसिस्टम को मजबूत करना, लक्षित विकास और उच्च पैदावार वाले बीजों का प्रसार करना और बीजों की 100 से अधिक किस्मों को वाणिज्यिक स्तर पर उपलब्ध कराना होगा.
मत्स्य उद्योग
- सरकार अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप जैसे द्वीपों पर विशेष ध्यान देने के साथ भारतीय विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र और गहरे समुद्रों से निरंतर मछली पकड़ने को बढ़ावा देने के लिए एक फ्रेमवर्क लाएगी.
कपास उत्पादकता मिशन
कपास की खेती की उत्पादकता और निरंतरता में पर्याप्त सुधार लाने के लिए 5 वर्षीय मिशन की घोषणा की गई है और कपास की अधिक लंबे रेशे वाली किस्मों को बढ़ावा दिया जाएगा.
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अधिक ऋण
- किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लिए जाने वाले ऋणों के लिए ऋण सीमा '3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख' कर दी जाएगी.
असम में यूरिया संयंत्र
- नामरूप असम में 12.7 लाख मीट्रिक टन की वार्षिक उत्पादन क्षमता वाला एक संयंत्र स्थापित किया जाएगा.
विकास के दूसरे इंजन के रूप में एमएसएमई
- एमएसएमई के वर्गीकरण मानदण्ड में संशोधन: सभी एमएसएमई के वर्गीकरण के लिए निवेश और कारोबार की सीमा बढ़ाकर क्रमशः 2.5 और 2 गुना कर दी जाएगी.
सूक्ष्म उद्यमों के लिए क्रेडिट कार्ड
- उद्यम पोर्टल पर पंजीकृत सूक्ष्म उद्यमों के लिए पहले वर्ष में 5 लाख रुपये तक की सीमा वाले 10 लाख कस्टमाइज्ड क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे.
- स्टार्ट-अप के लिए निधियों का कोष
- विस्तारित कार्यक्षेत्र और 10,000 करोड़ रुपए के नए अंशदान के साथ निधियों के नए कोष की स्थापना की जाएगी.
पहली बार के उद्यमियों के लिए योजना
- 5 लाख महिलाओं अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के पहली बार के उद्यमियों के लिए अगले 5 वर्षों के दौरान 2 करोड़ रुपए तक का सावधि ऋण उपलब्ध कराने की एक नई योजना की घोषणा.
फुटवियर और लेदर क्षेत्रों के लिए फोकस उत्पाद स्कीम
- भारत के फुटवियर और लेदर क्षेत्र की उत्पादकता, गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने हेतु 22 लाख व्यक्तियों को रोजगार दिलाने 4 लाख करोड़ का कारोबार करने और 1.1 लाख करोड़ से अधिक का निर्यात सुगम बनाने के लिए फोकस उत्पाद स्कीम की घोषणा.
खिलौना क्षेत्र के लिए उपाय
- भारत को ‘वैश्विक खिलौना केंद्र’ बनाते हुए उच्च गुणवत्ता वाले अनूठे नवीन और पर्यावरण के अनुकूल खिलौने बनाने की योजना.
खाद्य प्रसंस्करण के लिए सहायता
- बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता और प्रबंधन संस्थान स्थापना की जाएगी.
विनिर्माण मिशन - ‘मेक इन इंडिया’ को आगे बढ़ाना
- 'मेक इन इंडिया' को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों को शामिल करते हुए राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन की स्थापना की जाएगी.
विकास के तीसरे इंजन के रूप में निवेश
- लोगों में निवेश
- सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0
- पोषण संबंधी सहायता के लिए लागत मानदण्डों को समुचित रूप से बढ़ाया जाएगा.
अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं
- अगले 5 वर्षों में सरकारी स्कूलों में 50000 अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी.
- सरकारी माध्यमिक स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के लिए ब्रॉडबैण्ड कनेक्टिविटी
- भारत नेट परियोजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सरकारी माध्यमिक स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।
भारतीय भाषा पुस्तक स्कीम
- स्कूल और उच्चतर शिक्षा के लिए भारतीय भाषाओं में डिजिटल रूप में पुस्तकें प्रदान करने के लिए भारतीय भाषा पुस्तक योजना की घोषणा.
राष्ट्रीय कौशल उत्कृष्टता केंद्र
- 'मेक फॉर इंडिया मेक फॉर द वर्ल्ड' विनिर्माण के लिए हमारे युवाओं को आवश्यक कौशलों से सुसज्जित करने के लिए वैश्विक विशेषज्ञता और भागीदारी के साथ 5 राष्ट्रीय कौशल उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किये जाएंगे.
- आईआईटी में क्षमता का विस्तार
- 6,500 और विद्यार्थियों के लिए शिक्षा सुगम बनाने के लिए वर्ष 2014 के पश्चात शुरू किए गए 5 आईआईटी में अतिरिक्त अवसंरचना का सृजन किया जाएगा.
शिक्षा हेतु एआई में उत्कृष्टता केंद्र
- 500 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय से शिक्षा हेतु कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा.
चिकित्सा शिक्षा का विस्तार
- मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में अगले 5 वर्षों में 75000 और सीटें बढ़ाने के लक्ष्य की दिशा में अगले वर्ष 10000 अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाएंगी.
- सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर केंद्र
- सरकार अगले 3 वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर केंद्र स्थापित करने की सुविधा प्रदान करेगी। वर्ष 2025-26 में 200 केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
शहरी आजीविका सुदृढ़ीकरण
- शहरी कामगारों को आमदनी बढ़ाने और स्थायी आजीविका पाने में सहायता करने के लिए उनके सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए एक स्कीम की घोषणा.
पीएम स्वनिधि
- इस स्कीम को बैंकों से संवर्धित ऋण 30,000 रुपए की सीमा के साथ यूपीआई लिंक्ड क्रेडिट कार्डों और क्षमता विकास सहायता के साथ नवीकृत किया जाएगा.
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कामगारों के कल्याण के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना
- सरकार गिग कामगारों के लिए पहचान पत्र और ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण की व्यवस्था तथा पीएम जन आरोग्य योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करेगी.
केन्द्रीय मंत्री @nsitharaman ने केन्द्रीय बजट 2025-26 पेश करते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में हमारी अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से वृद्धि कर रही है।
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2025
पढ़ें: https://t.co/F3o5D4yX30 pic.twitter.com/OXBdLUOsEb
नई कर व्यवस्था के तहत 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई आयकर नहीं
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2025
75,000 रुपये की मानक कटौती के साथ वेतनभोगी करदाताओं के लिए 12.75 लाख रुपये की सीमा#UnionBudget 2025-26 में सभी करदाताओं को लाभ पहुंचाने के लिए आयकर स्लैब और दरों में व्यापक बदलाव
🔗https://t.co/4yU3W3rlVp pic.twitter.com/x9RvfXJ7Iy
☘️भारत की विकास यात्रा के लिए कृषि प्रथम इंजन हैः बजट 2025-26
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2025
☘️बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी
☘️उच्च पैदावार वाले बीजों पर राष्ट्रीय अभियान का शुभारंभ किया जाएगा
🔗https://t.co/bM7bg1OmKp #UnionBudget2025 #ViksitBharatBudget2025 @FinMinIndia pic.twitter.com/KgygaMEiIv
II. अर्थव्यवस्था में निवेश
- अवसंरचना में सरकारी निजी भागीदारी: सरकारी निजी भागीदारी में 3 वर्षीय पाइपलाइन परियोजनाओं के लिए अवसंरचना संबंधी मंत्रालय बनाए जाएंगे राज्यों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा.
- अवसंरचना के लिए राज्यों को सहायता: सुधारों के लिए पूंजी व्यय और प्रोत्साहन के लिए राज्यों को 50 वर्ष के ब्याजमुक्त ऋण के लिए डेढ लाख करोड़ रूपए के आवंटन का प्रस्ताव.
परिसंपत्ति मौद्रीकरण योजना 2025-30
- घोषित की गई नई परियोजनाओं में 10 लाख करोड़ रुपए की पूंजी के लिए 2025-30 के लिए दूसरी योजना.
जल जीवन मिशन
बढ़े हुए कुल आवंटन के साथ मिशन को 2028 तक बढ़ाया गया.
शहरी चुनौती कोष
- एक लाख करोड़ रुपए के शहरी चुनौती कोष की घोषणा जिसे 2025-26 के लिए 10 हजार करोड़ रुपए के आवंटन के प्रस्ताव के साथ वृद्धि केंद्रों के रूप में शहर शहरों का रचनात्मक पुनर्विकास और जल एवं स्वच्छता के लिए प्रस्ताव लागू करने के लिए उपयोग किया जाएगा.
- विकसित भारत के लिए परमाणु ऊर्जा मिशन.
- परमाणु ऊर्जा अधिनियम और नागरिक दायित्व परमाणु क्षति अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव.
- 20 हजार करोड़ रुपए के आवंटन के साथ लघु मॉड्यूलर रियक्टर्स (एसएमआर) के अनुसंधान व विकास के लिए परमाणु ऊर्जा मिशन स्थापित किया जाएगा. 2033 तक 5 स्वदेश विकसित एसएमआर संचालित करने का प्रस्ताव.
पोत निर्माण
- पोत निर्माण वित्तीय सहायता नीति को नया रूप दिया जाएगा.
- निर्दिष्ट आकार से अधिक विशालकाय पोतों को अवसंरचनासुसंगत मास्टर लिस्ट (एचएमएल) में शामिल किया जाएगा.
समुद्री विकास कोष
- 25 हजार करोड़ रुपए के आवंटन के साथ समुद्री विकास कोष की स्थापना का प्रस्ताव. इसमें सरकार का योगदान 49 प्रतिशत होगा. शेष योगदान बंदरगाहों और निजी क्षेत्र को करना होगा.
उड़ान क्षेत्रीय संपर्क स्कीम
- अगले 10 वर्ष में 120 नए गंतव्यों और 4 करोड़ यात्रियों को लाने-ले-जाने के लिए क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने की संशोधित उड़ान स्कीम की घोषणा.
- पर्वतीय आकांक्षी और उत्तर-पूर्व क्षेत्र के जिलों में हेलीपैड और छोटे हवाई अड्डों को भी समर्थन दिया जाएगा.
बिहार में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट
- बिहार में ग्रीन पटना एयरपोर्ट और बिहटा में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट की क्षमता के विस्तार के अलावा बिहार में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की घोषणा.
- मिथिलांचल में पश्चिमी कोशी नहर परियोजना.
- बिहार में पश्चिमी कोशी नहर ईआरएम परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.
खनन क्षेत्र सुधार
- टेलिंग से महत्वपूर्ण खनिजों की रिकवरी के लिए नीति बनाई जाएगी.
- स्वामिह फंड टू
- सरकार बैंकों और निजी निवेशकों के योगदान के साथ 1 लाख और आवासीय इकाईयों को पूरा करने के कार्य में तेजी करने के उद्देश्य से 15 हजार करोड़ रुपए का कोष बनाने की घोषणा.
रोजगार आधारित वृद्धि के लिए पर्यटन
- चुनौती मोड के जरिये राज्यों की भागीदारी से देश में 50 शीर्ष पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा.
III. नवाचार में निवेश
अनुसंधान, विकास और नवाचार
- पिछले वर्ष जुलाई के बजट में घोषित निजी क्षेत्र संचालित अनुसंधान, विकास और नवाचार पहल को लागू करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए जाएंगे.
डीपटैक फंड ऑफ फंड्स
- अगली पीढ़ी के स्टार्टअप को प्रोत्साहन के लिए डीप टेक फंड ऑफ फंड्स की संभावना तलाशी जाएगी.
प्रधानमंत्री अनुसंधान फैलोशिप
- बढ़ी हुई वित्तीय सहायता के साथ आईआईटी और आईआईएस में प्रौद्योगिकीय अनुसंधान के लिए 10 हजार फैलोशिप.
फसल जर्मप्लाज्म के लिए जीन बैंक
- भावी खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए 10 लाख जर्मप्लाज्म लाइंस के साथ दूसरा जीन बैंक स्थापित किया जाएगा.
नेशनल जियो स्पेटियल मिशन
- बुनियादी जियो स्पेटियल अवसंरचना और डाटा विकसित करने के लिए नेशनल जियो स्पेटियल मिशन की घोषणा.
ज्ञान भारतम मिशन
शैक्षिक संस्थानों, संग्रहालयों और निजी संग्रहकर्ताओं के साथ पांडुलिपी विरासत के सर्वेक्षण, प्रलेखन और संरक्षण के लिए ज्ञान भारतम मिशन बनाने का प्रस्ताव. इसके तहत 1 करोड़ से अधिक पांडुलिपियां शामिल की जाएंगी.
विकास के चतुर्थ इंजन के रूप में निर्यात
निर्यात संवर्द्धन मिशन
- वाणिज्य मंत्रालय एमएसएमई और वित्त मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से संचालित निर्यात संवर्द्धन मिशन स्थापित करने का प्रस्ताव. इसके तहत अलग-अलग क्षेत्रों और मंत्रालयों के लिए लक्ष्य तय किए जाएंगे.
भारत ट्रेडनेट
- व्यापार प्रलेखन और वित्त पोषण समाधानों के लिए संयुक्त मंच के रूप में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए भारत ट्रेडनेट (बीटीएन) स्थापित किया जाएगा.
जीसीसी के लिए राष्ट्रीय रूपरेखा
- ऊभरते टियर-2 शहरों में वैश्विक क्षमता केंद्रों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्यों के मार्गदर्शक के रूप में राष्ट्रीय रूपरेखा तैयार की जाएगी.
- फ्यूल के रूप में सुधार : वित्तीय क्षेत्र सुधार और विकास
बीमा क्षेत्र में एफडीआई
- भारत में संपूर्ण प्रीमियम का निवेश करने वाली कंपनियों के लिए बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा 74 से बढ़ाकर 100 प्रतिशत की जाएगी.
एनएबीएफआईडी द्वारा क्रेडिट वृद्धि सुविधा
- एनएबीएफआईडी अवसंरचना के लिए कॉरपोरेट बॉंड के उद्देश्य से आंशिक ऋण वृद्धि सुविधा स्थापित करेगा.
ग्रामीण क्रेडिट स्कोर
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसएचजी सदस्यों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की ऋण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए “ग्रामीण क्रेडिट स्कोर” फ्रेमवर्क विकसित करेंगे.
पेंशन क्षेत्र
- पेंशन उत्पादों के विनियमित समन्वय और विकास के लिए एक फोरम की स्थापना का प्रस्ताव.
- विनियामक सुधार हेतु उच्चस्तरीय समिति
- सभी गैर वित्तीय क्षेत्र संबंधी नियमों, प्रमाण लाइसेंस और अनुमति की समीक्षा करने के लिए विनियामक सुधार हेतु उच्च स्तरीय समिति के गठन का प्रस्ताव.
राज्यों का निवेश अनुकूल सूचकांक
- प्रतिस्पर्धी समन्वित संघवाद की भावना को आगे बढ़ाने के लिए वर्ष 2025 में राज्यों का निवेश अनुकूल सूचकांक शुरू किया जाएगा.
जन विश्वास विधेयक 2.0
जन विश्वास विधेयक 2.0 में 100 से अधिक प्रावधानों को गैर आपराधिक बनाने के लिए प्रस्ताव.