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हरदोई: जिला अस्पताल में डॉक्टर ने मरीज के साथ की अभद्रता, CMS ने खारिज किए आरोप

उत्तर प्रदेश के हरदोई में जिला अस्पताल में मरीज के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है. वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने आरोपों को खारिज करते हुए ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है.

हरदोई जिला अस्पताल में डॉक्टर ने मरीज के साथ की अभद्रता.
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Published : Oct 26, 2019, 2:46 PM IST

हरदोई: जिला अस्पताल में मरीज के साथ डॉक्टर के द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है. आरोप है कि जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने आई 15 साल की बालिका की तबीयत खराब न होने की बात कहकर डॉक्टर ने उसकी पिटाई कर दी और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया, जिसके बाद पीड़िता और उसके परिवार ने महिला हेल्पलाइन की मदद ली और मामले की शिकायत की. हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने मारपीट की घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है.

परिजनों ने महिला हेल्पलाइन पर की शिकायत.

दरअसल, कोतवाली मल्लावां इलाके के शाहपुर हरैया गांव के रहने वाले रामनिवास और उनकी बेटी रुचि (15), प्रीति (18) और संध्या (12) के साथ पड़ोस के ही रामरहीश और उसके परिवार ने मारपीट की थी. मामूली मारपीट के बाद गंभीर रूप से घायल रुचि को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.

पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल के आकस्मिक कक्ष में उसका उपचार हो रहा था. आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉ. अशोक प्रियदर्शी रुचि को देखने पहुंचे और उन्होंने उसकी हालत ठीक कह कर किशोरी के माता-पिता से उसे ले जाने के लिए कहा. माता-पिता ने उसकी बीमारी का हवाला दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने रुचि की तबीयत ठीक होने की बात कहकर उसको थप्पड़ मार दिया और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया.

ये भी पढ़ें: हरदोई: डीडीओ की फटकार के बाद बीडीओ की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

इसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की सूचना महिला हेल्पलाइन पर की, जिसके बाद महिला काउंसलर ने पीड़िता के बयान दर्ज कर मामले की अग्रिम कार्रवाई के आदेश दिए. हालांकि इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि डॉक्टर ने पीड़िता का इलाज किया था. उसके साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है.

पीड़िता के परिजन अगर मामले की शिकायत करेंगे तो उसकी जांच कराई जाएगी. डॉक्टर ने ऐसी किसी भी घटना होने से इनकार किया है. उनका कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है और जहां तक सवाल है अस्पताल में भर्ती करने का तो यह मरीज की कंडीशन पर निर्धारित करता है कि उसकी हालत कैसी है. उस हिसाब से ही उसे भर्ती किया जाता है.
-डॉक्टर ए.के.शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

हरदोई: जिला अस्पताल में मरीज के साथ डॉक्टर के द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है. आरोप है कि जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने आई 15 साल की बालिका की तबीयत खराब न होने की बात कहकर डॉक्टर ने उसकी पिटाई कर दी और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया, जिसके बाद पीड़िता और उसके परिवार ने महिला हेल्पलाइन की मदद ली और मामले की शिकायत की. हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने मारपीट की घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है.

परिजनों ने महिला हेल्पलाइन पर की शिकायत.

दरअसल, कोतवाली मल्लावां इलाके के शाहपुर हरैया गांव के रहने वाले रामनिवास और उनकी बेटी रुचि (15), प्रीति (18) और संध्या (12) के साथ पड़ोस के ही रामरहीश और उसके परिवार ने मारपीट की थी. मामूली मारपीट के बाद गंभीर रूप से घायल रुचि को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.

पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल के आकस्मिक कक्ष में उसका उपचार हो रहा था. आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉ. अशोक प्रियदर्शी रुचि को देखने पहुंचे और उन्होंने उसकी हालत ठीक कह कर किशोरी के माता-पिता से उसे ले जाने के लिए कहा. माता-पिता ने उसकी बीमारी का हवाला दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने रुचि की तबीयत ठीक होने की बात कहकर उसको थप्पड़ मार दिया और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया.

ये भी पढ़ें: हरदोई: डीडीओ की फटकार के बाद बीडीओ की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

इसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की सूचना महिला हेल्पलाइन पर की, जिसके बाद महिला काउंसलर ने पीड़िता के बयान दर्ज कर मामले की अग्रिम कार्रवाई के आदेश दिए. हालांकि इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि डॉक्टर ने पीड़िता का इलाज किया था. उसके साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है.

पीड़िता के परिजन अगर मामले की शिकायत करेंगे तो उसकी जांच कराई जाएगी. डॉक्टर ने ऐसी किसी भी घटना होने से इनकार किया है. उनका कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है और जहां तक सवाल है अस्पताल में भर्ती करने का तो यह मरीज की कंडीशन पर निर्धारित करता है कि उसकी हालत कैसी है. उस हिसाब से ही उसे भर्ती किया जाता है.
-डॉक्टर ए.के.शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Intro:स्लग--जिला अस्पताल में चिकित्सक ने भर्ती मरीज के साथ की अभद्रता,पीड़िता ने ली महिला हेल्पलाइन की मदद, अस्पताल प्रशासन ने घटना को किया सिरे से खारिज

एंकर--यूपी के हरदोई में जिला अस्पताल में एक 15 साल की नाबालिक के साथ चिकित्सक के द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है आरोप है कि मारपीट के मामले में जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने आई 15 साल की बालिका की तबीयत खराब ना होने की बात कहकर चिकित्सक ने उसकी पिटाई कर दी और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया जिसके बाद पीड़िता और उसके परिवार ने महिला हेल्पलाइन की मदद ली और मामले की शिकायत की है हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने मारपीट की घटना को सिरे से खारिज कर दिया है अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है।


Body:vo--मरीज के साथ मारपीट का यह मामला हरदोई जिले के जिला अस्पताल परिसर का है जहां तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह से महिला हेल्पलाइन की टीम और दंपत्ति अपनी बेटी को किस तरह से पकड़ कर ला रहे हैं और हाल यह है कि 15 साल की लड़की को होश भी नहीं है। दरअसल कोतवाली मल्लावां इलाके के शाहपुर हरैया गांव के रहने वाले हैं रामनिवास और उनकी बेटी रुचि 15 प्रीति 18 और संध्या 12 के साथ पड़ोस के ही रामरहीश और उसके परिवार ने मारपीट की थी मामूली मारपीट के बाद गंभीर रूप से घायल रुचि को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया पिछले 3 दिनों से जिला अस्पताल के आकस्मिक कक्ष में उसका उपचार हो रहा था आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ अशोक प्रियदर्शी रुचि को देखने पहुंचे और उन्होंने उसकी हालत ठीक कह कर किशोरी के माता-पिता से उसे ले जाने के लिए कहा माता पिता ने उसकी बीमारी का हवाला दिया जिसके बाद चिकित्सक ने रुचि की तबीयत ठीक होने की बात कहकर उसके तमाचा मार दिए और अस्पताल में भर्ती रखने से इनकार कर दिया जिसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की सूचना महिला एवं बाल कल्याण विभाग से संपर्क कर महिला हेल्पलाइन की मदद की जिसके बाद महिला काउंसलर ने महिला के बयान दर्ज कर मामले की अग्रिम कार्यवाही के आदेश दिए हालांकि इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने घटना को सिरे से खारिज कर दिया है उनका कहना है कि चिकित्सक ने पीड़िता का इलाज किया था उसके साथ कोई मारपीट जैसी घटना नहीं हुई है।
बाइट-- रामविलास पीड़िता के पिता
बाइट-- प्रज्ञा मिश्रा काउंसलर 181 महिला हेल्पलाइन
बाइट-- डॉक्टर ए के शाक्य


Conclusion:voc--इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ए के शाक्य ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ अशोक प्रियदर्शी आकस्मिक कक्ष में मरीजों को एग्जामिन करने गए थे जहां उन्होंने पीड़िता को एग्जामिन किया पीड़िता के परिजन अगर मामले की शिकायत करेंगे तो उसकी जांच कराई जाएगी साथ ही उनका कहना है कि चिकित्सक ने ऐसी किसी भी घटना होने से इनकार किया है चिकित्सक का कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है और जहां तक सवाल है अस्पताल में भर्ती करने का तो यह मरीज की कंडीशन पर निर्धारित करता है कि उसकी हालत कैसी है उस हिसाब से ही उसे भर्ती किया जाता है।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
9918740777,8115353000
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