हरदोई: जिला अस्पताल में मरीज के साथ डॉक्टर के द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है. आरोप है कि जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने आई 15 साल की बालिका की तबीयत खराब न होने की बात कहकर डॉक्टर ने उसकी पिटाई कर दी और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया, जिसके बाद पीड़िता और उसके परिवार ने महिला हेल्पलाइन की मदद ली और मामले की शिकायत की. हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने मारपीट की घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है.
दरअसल, कोतवाली मल्लावां इलाके के शाहपुर हरैया गांव के रहने वाले रामनिवास और उनकी बेटी रुचि (15), प्रीति (18) और संध्या (12) के साथ पड़ोस के ही रामरहीश और उसके परिवार ने मारपीट की थी. मामूली मारपीट के बाद गंभीर रूप से घायल रुचि को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल के आकस्मिक कक्ष में उसका उपचार हो रहा था. आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉ. अशोक प्रियदर्शी रुचि को देखने पहुंचे और उन्होंने उसकी हालत ठीक कह कर किशोरी के माता-पिता से उसे ले जाने के लिए कहा. माता-पिता ने उसकी बीमारी का हवाला दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने रुचि की तबीयत ठीक होने की बात कहकर उसको थप्पड़ मार दिया और अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया.
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इसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की सूचना महिला हेल्पलाइन पर की, जिसके बाद महिला काउंसलर ने पीड़िता के बयान दर्ज कर मामले की अग्रिम कार्रवाई के आदेश दिए. हालांकि इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने घटना को सिरे से खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि डॉक्टर ने पीड़िता का इलाज किया था. उसके साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है.
पीड़िता के परिजन अगर मामले की शिकायत करेंगे तो उसकी जांच कराई जाएगी. डॉक्टर ने ऐसी किसी भी घटना होने से इनकार किया है. उनका कहना है कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है और जहां तक सवाल है अस्पताल में भर्ती करने का तो यह मरीज की कंडीशन पर निर्धारित करता है कि उसकी हालत कैसी है. उस हिसाब से ही उसे भर्ती किया जाता है.
-डॉक्टर ए.के.शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक