हरदोई: जिले को जल्द ही चार और छोटे पर्यटन स्थलों की सौगात मिल सकती है. डीएम ने हाल ही में एक बेकार पड़े तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में परिवर्तित कर उसे संरक्षित कराया था. इसी के तहत डीएम ने शुक्रवार को शहर के चार और तालाबों का निरीक्षण किया है. इन तालाबों पर मौजूदा समय में गंदगी और अतिक्रमण है. शहर के बीच में मौजूद इन चारों तालाबों को संवारने के निर्देश उन्होंने ने संबंधित विभागों को दिए. जिला प्रशासन के अनुसार जल्द ही इन तालाबों का संरक्षण कर, इन्हें पर्यटन स्थल बनाया जाएगा.
डीएम ने अधिकारियों के साथ लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस के पास मुख्य मार्ग पर स्थिति तालाब, पुलिस लाइन के सामने के तालाब, नई बस्ती के अंदर और जिला चिकित्सालय के पीछे पुराने पोस्टमार्टम हाउस के तालाब का निरीक्षण किया.
जिले में तमाम ऐसे तालाब हैं, जिन पर अवैध कब्जा है. 10 बीघे के क्षेत्रफल में फैले तालाब अवैध कब्जे के कारण आधे रह गए हैं. वहीं शहर के सीवरेज का गंदा पानी इन तालाबों ने जाता है, जिस कारण यहां प्रदूषण फैल रहा है और लोगों में बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है. शुक्रवार को डीएम पुलकित खरे ने शहर के बीच में मौजूद चार प्रमुख तालाबों को चिन्हित कर उनका निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ जल निगम, लोक निर्माण विभाग, नगर पालिका सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे.
निरीक्षण के बाद डीएम ने संबंधित विभागों को इन तालाबों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण करने के लिए दिशा-निर्देश दिए. वहीं उन्होंने तालाबों पर हुए अवैध कब्जे को भी हटाने का निर्देश दिया. डीएम ने बताया कि जिन लोगों ने तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा करते हुए मकान बनाया है. उन्हें काशीराम आवास काॅलोनी योजना के तहत आवास दिया जाएगा. वहीं अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध करने वालों लोगों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को तालाबों में जा रहे सीवरेज के गंदे पानी को रोकने का भी निर्देश दिया.
बढ़ेगी शहर की सुंदरता
हाल ही में डीएम ने शहर के इंडस्ट्रियल एरिया के पास मौजूद बेला ताली तालाब का सौंदर्यीकरण कराया था. इसके बाद से वह जिले के आर्कषण का केंद्र बना हुआ है. बिरामन पड़े तालाब पर अब सुबह और शाम घूमने वाले लोग आते हैं. अधिकारियों के अनुसार चारों तालाबों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण के बाद शहर की सुंदरता और बढ़ जाएगी. वहीं शहर में प्रदूषण का स्तर भी कम होगा. अधिकारियों ने बताया कि सौंदर्यीकरण किए जाने वाले इन तालाबों के पास बच्चों के भी खेलने आदि की व्यवस्था की जाएगी. वहीं तालाबों के किनारों पर पेड़ पौधे लगाए जाएंगे.