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फर्जीवाड़े का खुलासा : बड़ी संख्या में मुर्दों को मिल रहा था निशक्त पेंशन का लाभ

यूपी के हरदोई जिले में निशक्त पेंशन योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. 492 अपात्र इस पेंशन योजना का लाभ ले रहे थे. जांच में हुए खुलासे के बाद प्रशासन अब इनसे रीकवरी कराने के मूड में है.

फर्जीवाड़े का खुलासा
फर्जीवाड़े का खुलासा
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Published : Nov 12, 2021, 6:44 PM IST

हरदोई : जिले में निशक्तजनों को दिव्यांग एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा दी जाने वाली पेंशन में फर्जीवाड़ा सामने आया है. विभाग द्वारा दी जाने वाली पेंशन को बड़ी संख्या में मुर्दे और अपात्र लोग भी ले रहे थे. दिव्यांगजन विभाग द्वारा कराए गए सत्यापन में इसका खुलासा हुआ है. ऐसे में विभाग को प्रत्येक माह लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा था. फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद अब अधिकारियों ने अपात्रों की पेंशन निरस्त कर सभी को नोटिस जारी किया है. विभाग का दावा है कि सभी अपात्रों से रिकवरी कराई जाएगी.

यह मामला हरदोई जिले का है. यहां विभागीय जांच में पता चला है कि दिव्यांगजन विभाग से मुर्दे और अपात्र पेंशन का लाभ ले रहे हैं. दरअसल, दिव्यांगजन एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा जनपद के निशक्तजनों को 500 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाती है. प्रत्येक तीन माह पर लाभार्थी के बैंक खाते में पेंशन की धनराशि निदेशालय से भेजी जाती है. प्रत्येक वर्ष पेंशन योजना के लाभार्थियों का सत्यापन और गोपनीय जांच कराने का नियम भी है. यह जांच शहरी क्षेत्र में लेखपाल और ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम सचिवों के माध्यम से कराई जाती है.

फर्जीवाड़े का खुलासा

ऐसे में विभाग ने पेंशन ले रहे 27799 पेंशन धारकों की जांच कराई, तो जांच में 492 लोग अपात्र पाए गए जो विभाग से पेंशन आहरित कर रहे थे. जांच में पाया गया कि 492 लोग ऐसे थे जिनमें कई मृतक और अपात्र शामिल हैं. निशक्तजन पेंशन में इस फर्जीवाड़ा के सामने आने के बाद अपात्र पेंशन धारकों की पेंशन निरस्त कर दी गई है. साथ ही उन्हें नोटिस जारी किया गया है. अब लेखपाल और सचिवों के माध्यम से इनसे रिकवरी की जाएगी.

इसे भी पढे़ं-सीएम योगी बोले- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बनेंगे 8 बिजनेस कॉरिडोर, पीएम करेंगे शुभारंभ


इस पूरे मामले की जानकारी से विभागीय अधिकारी प्रणव पाठक ने अवगत कराया. उन्होंने कहा कि हर वर्ष सभी पेंशन धारकों के खाते का सत्यापन कराया जाता है. शहरी क्षेत्र में एसडीएम के माध्यम से व ग्रामीण इलाकों में खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से सत्यापन कराया जाता है. इस वर्ष हुए सत्यापन में करीब 492 ऐसे लोग पाए गए जो मृत हैं और अपात्र हैं और आज भी पेंशन का लाभ उठा रहे हैं. जिम्मेदारों ने कहा कि ऐसे लोगों से रिकवरी की जाएगी व भविष्य में ऐसी त्रुटि न हो इसके लिए रणनीति तैयार की जाएगी.

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हरदोई : जिले में निशक्तजनों को दिव्यांग एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा दी जाने वाली पेंशन में फर्जीवाड़ा सामने आया है. विभाग द्वारा दी जाने वाली पेंशन को बड़ी संख्या में मुर्दे और अपात्र लोग भी ले रहे थे. दिव्यांगजन विभाग द्वारा कराए गए सत्यापन में इसका खुलासा हुआ है. ऐसे में विभाग को प्रत्येक माह लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा था. फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद अब अधिकारियों ने अपात्रों की पेंशन निरस्त कर सभी को नोटिस जारी किया है. विभाग का दावा है कि सभी अपात्रों से रिकवरी कराई जाएगी.

यह मामला हरदोई जिले का है. यहां विभागीय जांच में पता चला है कि दिव्यांगजन विभाग से मुर्दे और अपात्र पेंशन का लाभ ले रहे हैं. दरअसल, दिव्यांगजन एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा जनपद के निशक्तजनों को 500 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाती है. प्रत्येक तीन माह पर लाभार्थी के बैंक खाते में पेंशन की धनराशि निदेशालय से भेजी जाती है. प्रत्येक वर्ष पेंशन योजना के लाभार्थियों का सत्यापन और गोपनीय जांच कराने का नियम भी है. यह जांच शहरी क्षेत्र में लेखपाल और ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम सचिवों के माध्यम से कराई जाती है.

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ऐसे में विभाग ने पेंशन ले रहे 27799 पेंशन धारकों की जांच कराई, तो जांच में 492 लोग अपात्र पाए गए जो विभाग से पेंशन आहरित कर रहे थे. जांच में पाया गया कि 492 लोग ऐसे थे जिनमें कई मृतक और अपात्र शामिल हैं. निशक्तजन पेंशन में इस फर्जीवाड़ा के सामने आने के बाद अपात्र पेंशन धारकों की पेंशन निरस्त कर दी गई है. साथ ही उन्हें नोटिस जारी किया गया है. अब लेखपाल और सचिवों के माध्यम से इनसे रिकवरी की जाएगी.

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