हरदोई: जिले के शाहाबाद तहसील के अधिवक्ता भवन में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य और पूर्व चेयरमैन अजय कुमार शुक्ला ने शाहाबाद के एसडीएम को भ्रष्ट बताते हुए स्थानांतरण की बात कही. वहीं उन्होंने कहा कि अगर एसडीएम का स्थानांतरण नहीं हुआ तो उनको बर्खास्त किया जाना चाहिए.
- अगर समय से जानकारी मिल जाती तो एस डी एम रामप्रकाश आज जेल में होते.
- कहने के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था हैं, परंतु नौकशाही पूरी तरह हावी है.
- शिकायतों की जांच एजेंसियां अलग होनी चाहिए.
- वर्तमान में भ्रष्टाचार निवारण संगठन, और विजिलेंस को खुली छूट दी गई है.
- यही कारण है कि इन एजेन्सियों ने अब तक कई बैंक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, चकबंदी कानूनगो, लेखपालों को जेल भेजा है.
बार काउंसिल सदस्य ने आश्वस्त किया कि
- वह वकीलों के संघर्ष में उनके साथ हैं. संघर्ष को बल मिले, इसके लिए वह उच्चाधिकारियों से बात करेंगे.
- तहसील में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे.
- प्रदेश व्यापी आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे.
इस अवसर पर बार काउंसिल सदस्य अजय शुक्ल ने बताया कि अधिवक्ता स्वर्गीय सिद्धांत सिंह की पत्नी रश्मि सिंह को मुआवजा पांच लाख रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की गई है. बैठक में संघ के अध्यक्ष अवधेश नारायण पाठक ने ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तहसील शाहाबाद इकाई का सकारात्मक समर्थन के लिए आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष एसडीएम रामप्रकाश के खिलाफ जारी रहेगा.