हरदोई: लॉकडाउन के दौरान देश की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ा है. इसी क्रम में बिजली विभाग को भी करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा है. इस वित्तीय वर्ष में बिजली विभाग हरदोई को करीब 10 करोड़ 50 लाख का घाटा हुआ है. लॉकडाउन में बिल वसूली बेहतरी के साथ न होने से मध्यांचल विद्युत वितरण निगम हरदोई को इस नुकसान से जूझना पड़ रहा है. साथ ही मध्यांचल के अन्य जिलों की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है. हालांकि हरदोई मध्यांचल के 19 जनपदों में घाटे का मामले में 31.5 फीसदी के साथ आठवें स्थान पर है. वहीं जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल जमा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
शासन के निर्देशानुसार इस लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण इलाकों में 18 घण्टे और शहरी इलाकों में 24 घण्टे बिजली देने का प्रयास किया गया है. यहां पर बात जब राजस्व वसूली की आती है तो पिछले वित्तीय वर्ष में मई माह तक 33 करोड़ 50 लाख तक का राजस्व वसूल किया गया था. वहीं इस लॉकडाउन में यह राशि घटकर 23 करोड़ 10 लाख ही रह गयी है. 10 करोड़ से अधिक का राजस्व नुकसान होने से बिजली की आपूर्ति कराने में विभाग को तमाम समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं. वहीं बिजली चोरी की शिकायतें भी इस लॉकडाउन के दौरान खूब मिली हैं, लेकिन बिजली चोरी की जांच करने व ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई करने के लिए किसी भी टीम का गठन नहीं किया जा सका. हालांकि जिले के सभी जेई और एसडीओ के साथ एसी ने बैठक कर राजस्व वसूली किये जाने और बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए टीमों का गठन किये जाने की बात जरूर कही है.
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के हरदोई मंडल में तैनात एसी एनके मिश्रा ने जानकारी दी कि लॉकडाउन में राजस्व वसूली में करीब 10 करोड़ 40 लाख के आस पास का नुकसान हुआ है. वहीं गर्मी का मौसम शुरू होते ही बिजली की खपत भी ज्यादा होने लगी है. ऐसे में कम राजस्व के साथ उपभोगताओं को सुविधाएं मुहैया कराने में समस्या आएगी. इसके लिए उन्होंने सभी बिल वसूली करने वालों को निर्देश दिए हैं. साथ ही उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल जमा करने के लिए प्रक्रिया समझाए जाने व जागरूक करने के आदेश भी बिल वसूली करने वालों को दिए गए हैं. इसी के साथ बिजली चोरी की शिकायतों पर उन्होंने बिजली विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों संग बैठक कर रणनीति तैयार की है. साथ ही टीमों का गठन कर दिया है, जिससे कि बिजली चोरी पर अंकुश लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि बिजली चोरी पर रोक लगाने की रणनीति तैयार करने के बाद ही संडीला तहसील में टॉवर से बिजली चोरी करते हुए एक चोर को गिरफ्तार कर मामला पंजीकृत कराया गया है.