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हापुड़: पुलिस कस्टडी में किसान की मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

हापुड़ पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है. ताजा मामला पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र का है, जहां एक किसान की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर किसान को थर्ड डिग्री देने का आरोप लगाया है.

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Published : Oct 14, 2019, 1:58 PM IST

हापुड़ में पुलिस कस्टडी में किसान की मौत.

हापुड़: जनपद में पुलिस कस्टडी में किसान की मौत का मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस के द्वारा थर्ड डिग्री देने से किसान प्रदीप की मौत हुई है. आरोप है कि पुलिस ने पहले तो मृतक प्रदीप के भाई को उठाया और फिर किसान प्रदीप को उसके एक्सीडेंट की झूठी सूचना देकर फोन करके पुलिस चौकी बुलाया और फिर उसके साथ जमकर मारपीट की, जिससे किसान की दर्दनाक मौत हो गई.

पुलिस की कार्यशैली पर लगा सवालिया निशान.

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
मृतक के शरीर पर गम्भीर चोटों के निशान होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. वहीं मामला गर्म होते देख कई थानों की फोर्स को मौके पर तैनात कर दिया गया है.

यह है पूरा मामला
मामला पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के लाखन गांव का है. आरोप है कि पुलिस ने प्रदीप नाम के किसान को चालान कटने के बाद उसको भरने के लिए बुलाया और फिर उसके साथ जमकर मारपीट की. पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने किसान प्रदीप की पीट-पीटकर हत्या कर दी और हत्या को छिपाने के लिए प्रदीप को अस्पताल में भी भर्ती कराया. यहां उसे मृतक घोषित कर दिया गया. वहीं पुलिस की थर्ड डिग्री देने के बाद किसान की मौत से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.

ये भी पढ़ें: हापुड़: मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदमाश फरार, चार गिरफ्तार

कुछ दिन पहले एक महिला का शव मिला था, जिसके संबंध में पूछताछ के लिए पुलिस ने प्रदीप को बुलाया था. पूछताछ के दौरान प्रदीप की हालत बिगड़ गई. उपचार के लिए उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही है.
-डॉ. यशवीर सिंह, एसपी

हापुड़: जनपद में पुलिस कस्टडी में किसान की मौत का मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस के द्वारा थर्ड डिग्री देने से किसान प्रदीप की मौत हुई है. आरोप है कि पुलिस ने पहले तो मृतक प्रदीप के भाई को उठाया और फिर किसान प्रदीप को उसके एक्सीडेंट की झूठी सूचना देकर फोन करके पुलिस चौकी बुलाया और फिर उसके साथ जमकर मारपीट की, जिससे किसान की दर्दनाक मौत हो गई.

पुलिस की कार्यशैली पर लगा सवालिया निशान.

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
मृतक के शरीर पर गम्भीर चोटों के निशान होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. वहीं मामला गर्म होते देख कई थानों की फोर्स को मौके पर तैनात कर दिया गया है.

यह है पूरा मामला
मामला पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के लाखन गांव का है. आरोप है कि पुलिस ने प्रदीप नाम के किसान को चालान कटने के बाद उसको भरने के लिए बुलाया और फिर उसके साथ जमकर मारपीट की. पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने किसान प्रदीप की पीट-पीटकर हत्या कर दी और हत्या को छिपाने के लिए प्रदीप को अस्पताल में भी भर्ती कराया. यहां उसे मृतक घोषित कर दिया गया. वहीं पुलिस की थर्ड डिग्री देने के बाद किसान की मौत से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.

ये भी पढ़ें: हापुड़: मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदमाश फरार, चार गिरफ्तार

कुछ दिन पहले एक महिला का शव मिला था, जिसके संबंध में पूछताछ के लिए पुलिस ने प्रदीप को बुलाया था. पूछताछ के दौरान प्रदीप की हालत बिगड़ गई. उपचार के लिए उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही है.
-डॉ. यशवीर सिंह, एसपी

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उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में पुलिस की कस्टडी में किसान की मौत का मामला सामने आया है मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने थर्ड डिग्री देने से किसान प्रदीप की मौत हो गयी। परिजनों का आरोप है की पुलिस ने पहले तो मृतक प्रदीप के भाई को उठाया और फिर किसान प्रदीप को उसके एक्सीडेंट की झूठी सूचना दे फोन करने बुलाया और उसके साथ पुलिस चौकी के बंद कर जमकर मारपीट की जिससे किसान प्रदीप की दर्दनाक मौत हो गयी। किसान की मौत से विभाग में हड़कंप मच गया और पुलिस पुलिस ने आननफानन में मृतक को अस्पताल में भी भर्ती कराया लेकिन वहाँ प्रदीप को मृतक घोषित कर दिया। मृतक के शरीर पर गम्भीर चोटों के निशाना होने से मामला पुलिस की कार्यशैली पर सवालियां निशाना खडे कर रहा है वही मामला गर्म होते देख कई थानों की फ़ोर्स को मौके पर तैनात कर दिया गया है


बाईट - डा. यशवीर सिंह एसपी हापुड़
बाईट - विक्रम (पडोसी)
बाईट - कविता (मृतक की भाभी)

दरअसल आपको बता दे की मामला पिलखुआ कोतवाली क्षेत्र के लाखन गांव का है यहाँ आरोप है की पिलखुआ पुलिस ने प्रदीम नाम के किसान को चालान कटने के बाद उसको भरने के लिए बुलाया और फिर उसके साथ जमकर मारपीट की और अपने साथ लेकर चले गए। आरोप है की पिलखुआ कोतवाली पुलिस ने किसान प्रदीप की पीट-पीटकर हत्या कर दी और ह्त्या को छिपाने के लिए मृतक प्रदीप को अस्पताल में भी भर्ती कराया यहाँ किसान प्रदीप को मृतक घोषित कर दिया गया। वही पुलिस की थर्ड डिग्री देने के बाद किसान की मौत से गांव में दहसत का माहौल बना हुआ है वही एसपी डा. यशवीर सिंह का कहना है कुछ दिन एक महिला का शव मिला था जिसके संबंध में पूछताछ के लिए पुलिस प्रदीप को बुलाया था जिससे पूछताछ के दौरान प्रदीप की हालत बिगड़ गई जिसे उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान मौत हो गई और अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही हैंBody:.Conclusion:.
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